Edited By Ramanjot, Updated: 21 Aug, 2025 01:23 PM

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस के अनुसार, मजदूर का शव गोताखोरों को नहीं मिला था, पर आज सुबह शव लगभग चार किलोमीटर दूर अम्बा बडगांव में नर्मदा के बहाव में बहकर बाहर आ गया। श्रमिक बिहार का था जो ठेकेदार के यहां काम कर रहा था। हादसे के...
बिहार डेस्क: मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में नर्मदा नदी में रेत भरने का काम कर रहीं दो नावों की टक्कर से हादसा हो गया, जिसमें लापता हुए बिहार के मजदूर का शव हादसे के लगभग 20 घंटे बाद बरामद हुआ। जिले के भैरुंदा थानांतर्गत ग्राम दिमावर में कल हुए हादसे में दो नावें आपस में टकरा गईं थीं। टक्कर में मजदूर नंद गौड़ (50) की कल से तलाश जारी थी, जिसका शव आज सवेरे मछुआरों को चार किलोमीटर दूर मिला।
गोताखोरों को नहीं मिला था मजदूर का शव
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस के अनुसार, मजदूर का शव गोताखोरों को नहीं मिला था, पर आज सुबह शव लगभग चार किलोमीटर दूर अम्बा बडगांव में नर्मदा के बहाव में बहकर बाहर आ गया। श्रमिक बिहार का था जो ठेकेदार के यहां काम कर रहा था। हादसे के दौरान नाव में चार मजदूर सवार थे। जैसे ही नाव डूबने लगी, तीन मजदूर तुरंत छलांग लगाकर तैरते हुए किनारे पहुंच गए, लेकिन नंद गौड़ नाव से टकराने के कारण गंभीर रूप से चोटिल हो गया।
घटना की जानकारी मिलते ही थाना भैरुंदा प्रभारी घनश्याम सिंह दांगी और एसडीओपी रोशन कुमार जैन मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरु किया था। इस घटना ने नदी में हो रहे अवैध रेत खनन और सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है। बताया जा रहा है कि मजदूर बिना किसी सुरक्षा उपकरण के गहरे पानी में काम कर रहे थे। हादसे के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।