Edited By Ramanjot, Updated: 25 Nov, 2023 06:26 PM
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बिहार से हर साल 40 लाख लोग पलायन करने को मजबूर हैं। 2020 में एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि यह कितना दुखद है कि अपने देश में ही बिहारी बाहरी बन गए हैं। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ...
पटनाः बिहार से हर साल 40 लाख लोग पलायन करने को मजबूर हैं। 2020 में एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि यह कितना दुखद है कि अपने देश में ही बिहारी बाहरी बन गए हैं। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस ने 2017 में बिहार के पलायन पर एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की थी। रिपोर्ट में कहा गया कि बिहार में पलायन दशकों पूर्व की समस्या है। आजादी के बाद बिहार के मजदूर पंजाब और हरियाणा की ओर जाने लगे। हरित क्रांति की वजह से यहां रोजगार का साधन था और खेती में बढ़िया पैसे मजदूरों को मिल जाते थे। 1990 के दशक में भारत में उद्योग कारखाने का बोलबाला शुरू हुआ। इसके बाद बिहारी मजदूरों का पलायन मुंबई, दिल्ली, कर्नाटक,सूरत और दक्षिण के राज्यों की ओर हुआ।