Edited By Rahul Singh, Updated: 26 Aug, 2024 12:52 PM
पशु गणना में सक्रिय भूमिका निभाने वाले पशु चिकित्सक व फार्मासिस्ट सहित फील्ड स्टाफ के प्रशिक्षण के लिए बजट अभी तक केंद्र से नहीं पहुंचा है। बजट आने में देरी के चलते पशु गणना शुरू होने में अभी और समय लगेगा।
धर्मशाला, (नवीन): पशु गणना में सक्रिय भूमिका निभाने वाले पशु चिकित्सक व फार्मासिस्ट सहित फील्ड स्टाफ के प्रशिक्षण के लिए बजट अभी तक केंद्र से नहीं पहुंचा है। बजट आने में देरी के चलते पशु गणना शुरू होने में अभी और समय लगेगा। हालांकि प्रदेश सरकार की एक सितम्बर से पशु गणना कार्य को शुरू करने की तैयारी है। पशु गणना से पहले पशु चिकित्सकों व फार्मासिस्ट को पशु गणना से संबंधित आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा, लेकिन बजट न आने के कारण प्रशिक्षण लटका हुआ है। वहीं पशुपालन विभाग भी प्रशिक्षण संबंधित शैड्यूल बनाने से पहले बजट का इंतजार कर रहा है।
बजट के आने के बाद ही शैड्यूल बनाया जाएगा कि पशु चिकित्सकों व फार्मासिस्ट को कहां प्रशिक्षण दिया जाना है। हालांकि विभाग इन्हें उपमंडल स्तर पर ही प्रशिक्षित करने की योजना बना रहा है, जिसे बजट के बाद ही अमलीजामा पहनाया जाएगा। जानकारी के मुताबिक हर 5 वर्ष बाद पशु गणना की जाती है। इस बार पशुधन गणना की पूरी प्रक्रिया भी ऑनलाइन मोबाइल एप के माध्यम से होगी। पशु गणना के बाद कुल पशु धन संपदा का पता आसानी से चल पाएगा। पशुओं के क्षेत्र में उचित योजना बनाने, कार्यक्रम तैयार करने, पुनर्निमाण करने एवं विभिन्न योजनाओं को सही दिशा देने में पशुधन के आंकड़े सहायक होते हैं।
गौर रहे कि इससे पहले 2019 में 20वीं पशु गणना हुई थी। अब 2024 में 21वीं पशु गणना होगी। उधर पशुपालन विभाग कांगड़ा की उपनिदेशक डा. सीमा गुलेरिया ने कहा कि जिला में जल्द ही पशु गणना शुरू कर दी जाएगी। पशु चिकित्सकों व फार्मासिस्ट को प्रशिक्षण दिया जाना है, जिसके लिए ट्रेनिंग बजट का इंतजार किया जा रहा है। जैसे ही बजट आएगा, इन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी और पशु गणना कार्य आरंभ कर दिया जाएगा।