Edited By Khushi, Updated: 12 Feb, 2025 06:20 PM
![aisa submitted a memorandum to cm hemant demanding withdrawal](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_18_12_352894778babulalmarandi-ll.jpg)
रांची: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों पर दर्ज मुकदमे को फर्जी बताते हुए ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने सरकार से इसे तुरंत वापस लेने की मांग की है।
रांची: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों पर दर्ज मुकदमे को फर्जी बताते हुए ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने सरकार से इसे तुरंत वापस लेने की मांग की है।
संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने निरसा विधानसभा क्षेत्र से भाकपा माले विधायक अरूप चटर्जी से मिलकर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें छात्रों पर की गई कार्रवाई को अनुचित बताते हुए जब्त किए गए मोबाइल वापस करने, पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई है। उल्लेखनीय है कि 5 फरवरी, 2025 को विश्वविद्यालय के शोधार्थी देवदास मंडल और पीजी जियोइन्फॉर्मेटिक्स की छात्रा ऐश्वर्या बसाक की एक निर्माणाधीन पुल के असुरक्षित डायवर्जन पर ट्रक चढ़ने से मौत हो गई थी। इस घटना के बाद विद्यार्थियों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया था, जिसमें उन्होंने दोषियों की गिरफ्तारी, पीड़ति परिवार को आर्थिक सहायता और विश्वविद्यालय परिसर के मार्गों को सुरक्षित बनाने की मांग की थी। हालांकि, इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 7 फरवरी, 2025 को मांडर थाना में 16 छात्रों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कर दी है और इसके साथ ही पुलिस ने छात्रों से गैर कानूनी तरीके से मोबाइल भी जब्त कर ली है।
आइसा के अनुसार, यह मुकदमा बिना किसी ठोस जांच के दर्ज किया गया है। इससे पीड़ित परिवार को न्याय के साथ आर्थिक सहायता देने के साथ अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों की आवाज दबाने की साजिश किया जा रहा है। छात्र संगठन ने कहा कि यदि इन मांगों पर शीघ्र सकारात्मक कार्रवाई नहीं होती, तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। मौके पर आइसा झारखंड राज्य सचिव त्रिलोकीनाथ, आइसा एक्टिविस्ट मो. समी, सोनू कुमार, विजय कुमार और सीयूजे स्टूडेंट्स एक्टिविस्ट सत्येन महतो शामिल थे।