Edited By Harman, Updated: 26 Sep, 2024 02:04 PM
छात्रों द्वारा जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा को लेकर कई सवाल खड़े किए गए हैं। जेएसएससी अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्रों की सील खुली होने और सीरियल नंबर गड़बड़ होने की बातों को आयोग ने पूरी तरह से निराधार बताया।। साथ...
रांची: JSSC-CGL परीक्षा में गड़बड़ी और धांधली को लेकर छात्र आंदोलन शुरू हो चुका है। छात्रों द्वारा जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा को लेकर कई सवाल खड़े किए गए हैं। जेएसएससी अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्रों की सील खुली होने और सीरियल नंबर गड़बड़ होने की बातों को आयोग ने पूरी तरह से निराधार बताया। साथ ही अध्यक्ष ने कहा कि परीक्षा का संचालन नियम संगत ढंग से हुआ है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर उन सवालों का जेएसएससी प्रबंधन ने जवाब दिया। JSSC के अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने कहा है कि जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा का आयोजन 21-22 सितंबर को किया गया। 2025 पदों पर लिए गए इस परीक्षा में कुल 6 लाख 39 हजार आवेदन प्राप्त हुए थे। आयोग द्वारा सभी प्राप्त हुए आवेदनों के विरुद्ध तीन पालियों में कुल 3 लाख 4 हजार 769 अभ्यार्थियों ने परीक्षा दी है।
अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि परीक्षा में कुल 823 परीक्षा केंद्र पर परीक्षा आयोजित की गई। सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से गोपनीय सामग्रियों की निगरानी की गई। वहीं केंद्राधीक्षक, कंट्रोल रूम में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। कमांड कंट्रोल रूम द्वारा परीक्षा के दिन निगरानी की गई। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर परीक्षा पत्र लीक होने के मामले में कोई प्रमाण मिलता है तो इस संबंधी आयोग पूरी तरह से उचित्त कार्रवाई के लिए तैयार है। साथ ही उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में कॉपियों की जांच की जाएगी।