Edited By Khushi, Updated: 04 Aug, 2024 05:56 PM
देश के केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने राजधानी रांची में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि 68 करोड़ की लागत से 3 एकड़ में लाईब्रेरी बन रही है। संजय सेठ ने कहा कि एक साथ 5 हजार बच्चे पढ़ाई करेंगे। इसका निर्माण सीसीएल और कोल...
रांची: देश के केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने राजधानी रांची में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि 68 करोड़ की लागत से 3 एकड़ में लाईब्रेरी बन रही है। संजय सेठ ने कहा कि एक साथ 5 हजार बच्चे पढ़ाई करेंगे। इसका निर्माण सीसीएल और कोल इंडिया के फण्ड से हो रहा है।
संजय सेठ ने कहा कि 2 साल पहले हमारा संकल्प था कि एक लाईब्रेरी हो। सेठ ने कहा कि मोराबादी रांची विश्वविद्यालय परिसर में हर तरह की सुविधा मिलेगी जिसका उपयोग बच्चे के साथ- साथ बड़े भी करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक इसका उद्घाटन हो सके यही हम लोगों का प्रयास है। सेठ ने कहा कि राज्य सरकार का सहयोग नहीं मिलने के कारण रांची में बना सॉलिड वेस्ट प्लांट बनकर तैयार है, लेकिन उसका कोई उपयोग नहीं हो रहा है, जिस कारण राजधानी वासियों को कोई फायदा नहीं मिल रहा है।
सेठ ने कहा कि कामकाजी महिलाओं के लिए 200 बेड का होस्टल बनाने जा रहे है जिसका लाभ उन सभी बेटी- बहनों को मिलेगा जो परिवार से दूर रह कर काम करती है, उनके लिए यह किसी वरदान से कम नहीं होगा। यह भारत सरकार की योजना है। सेठ ने कहा कि हम लोग राज्य की छवि बनाने के लिए दिन- रात काम कर रहे है, दूसरी ओर राज्य सरकार के क्रियाकलाप से राजधानी की छवि पूरे देश में खराब हो रही है। वकील की दिन में हत्या, रात में स्पेशल ब्रांच के दरोगा की हत्या हो रही है। वही रांची के विधायक सह राज्य के पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि जिस काम को राज्य सरकार को करना था वह हम लोग कर रहे है। लॉ अंदर ऑर्डर इतना खराब हो गया यह किसी से छुपा नहीं है।
बता दें कि यह लाइब्रेरी पूर्वोत्तर भारत की सबसे बड़ी लाइब्रेरी होगी, जिसका निर्माण मोराबादी रांची विश्वविद्यालय परिसर में चल रहा है। यह लाइब्रेरी 2025 तक पूर्ण हो जाएगी। यह लाइब्रेरी जी+5 मंजिला होगी, जिसमें 6 बड़े लिफ्ट होंगे। ग्राउंड तल पर कैफेटेरिया, कार पार्किंग, बाइक पार्किंग और किचन जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। पहले तल पर एडमिन एरिया, ऑफिस मीटिंग रूम, मल्टीपर्पज हॉल, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के बैठने और पढ़ने का स्थान होगा।