बिहार ने गढ़ा नया कीर्तिमान: एटीएंडसी हानि 15.5% पर, देश के औसत से भी नीचे

Edited By Ramanjot, Updated: 05 Apr, 2025 06:01 PM

bihar power sector reform

बिहार के बिजली क्षेत्र ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड और साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में समेकित तकनीकी एवं वाणिज्यिक हानि को घटाकर 15.50% कर दिया है, जो...

पटना: बिहार के बिजली क्षेत्र ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड और साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में समेकित तकनीकी एवं वाणिज्यिक हानि को घटाकर 15.50% कर दिया है, जो पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में 19.94% थी। यह पहली बार है जब बिहार की एटीएंडसी लॉस भारत के सभी डिस्कॉम के राष्ट्रीय औसत से कम रही है – यह परिचालन प्रदर्शन में एक नया मील का पत्थर है। एनबीपीडीसीएल ने जहां अनुमानित एटी एंड सी लॉस को 14.5% तक लाने में सफलता पाई है, वहीं एसबीपीडीसीएल ने इसे 17 % तक घटाया है, जो दोनों वितरण कंपनियों की प्रतिबद्धता और दक्षता को दर्शाता है।

यह उपलब्धि अनेक रणनीतिक प्रयासों और सुधारों का परिणाम है। वितरण प्रणाली की विश्वसनीयता में सुधार, समयबद्ध रूप से नए कनेक्शन प्रदान करना, सटीक और पारदर्शी बिलिंग पर जोर देना, तथा उपभोक्ता विश्वास हासिल करने के लिए निरंतर प्रयास किए गए हैं। उपभोक्ता शिकायत निवारण प्रणाली की प्रभावशीलता और उपभोक्ताओं के साथ संवाद बढ़ाने के प्रयासों ने भी इस उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण को मजबूती प्रदान की है। इन सभी पहलों ने जमीनी स्तर पर उत्तरदायित्व और प्रदर्शन में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

इन प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर भी मान्यता प्राप्त हुई है। हाल ही में विद्युत मंत्रालय द्वारा जारी उपभोक्ता सेवा रेटिंग में एनबीपीडीसीएल को 'A' ग्रेड और एसबीपीडीसीएल को 'B+' ग्रेड प्रदान किया गया है, जो सेवा गुणवत्ता और उपभोक्ता संतुष्टि में हुई प्रगति को दर्शाता है।

इस सुधार के परिणामस्वरूप, वित्तीय वर्ष 2024-25 में बिहार के डिस्कॉम्स ने रिकॉर्ड 17,114 करोड़ रुपए की राजस्व वसूली की, जो पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में 15,109 करोड़ रुपए की तुलना में लगभग 13% की वृद्धि दर्शाती है।आरडीएसएस के तहत की गई रणनीतिक प्रणाली सुदृढ़ीकरण एवं अवसंरचना सुधार की पहलें भी तकनीकी हानियों में कमी लाने और विद्युत आपूर्ति की विश्वसनीयता बढ़ाने में अत्यंत सहायक सिद्ध हुई हैं।

बिहार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दूरदर्शी नेतृत्व का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के बिजली क्षेत्र ने अभूतपूर्व प्रगति की है। वित्तीय वर्ष 2004-05 में जहां एटीएंडसी हानि 59.15% थी, वह अब घटकर केवल 15.5% रह गई है। यह प्रदर्शन पारदर्शिता, सुधार और उत्तरदायित्व के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह उपलब्धि न केवल प्रशासनिक दक्षता का प्रतीक है, बल्कि यह हर घर और हर व्यवसाय को गुणवत्तापूर्ण और विश्वसनीय बिजली उपलब्ध कराने की हमारी प्रतिबद्धता को भी मजबूत करती है। मैं इस अवसर पर सभी ऊर्जा विभाग एवम् वितरण कम्पनियों के सदस्यों को हार्दिक बधाई देता हूं और बिहार की जनता का आभार प्रकट करता हूं, जिनके विश्वास और सहयोग के बिना यह संभव नहीं होता।”

ऊर्जा विभाग के सचिव एवं बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक पंकज पाल ने भी इस उपलब्धि पर अपने ऊर्जा परिवार के सदस्यों की कड़ी मेहनत की सराहना करते हुए कहा, “15.5% की AT&C हानि—जो कि राष्ट्रीय औसत से भी कम है—को प्राप्त करना वास्तव में एक मील का पत्थर है, विशेषकर तब जब हमारे उपभोक्ताओं का 85% से अधिक हिस्सा ग्रामीण क्षेत्रों में है। एक ही वित्तीय वर्ष में 4.5% की कमी असाधारण है और यह हमारी टीमों के समर्पण, उपभोक्ता-प्रथम दृष्टिकोण और प्रणालीगत सुधारों का प्रतिफल है। हम आगे भी गुणवत्तापूर्ण और निर्बाध विद्युत आपूर्ति, सटीक बिलिंग, और उपभोक्ता शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे। उपभोक्ता ही हमारी सेवाओं का केंद्रबिंदु रहेंगे, और हम इस सफलता को आगे और भी सशक्त रूप में आगे बढ़ाएंगे।”

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