Bihar News: भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता तारिणी दास बर्खास्त, ED की छापेमारी में मिले थे करोड़ों रुपए

Edited By Ramanjot, Updated: 29 Mar, 2025 11:53 AM

chief engineer of building construction department tarini das dismissed

भवन निर्माण विभाग की शुक्रवार को जारी अधिसूचना में कहा गया है कि भवन निर्माण विभाग, पटना के मुख्य अभियंता (उत्तर), तारणी दास को सेवानिवृत्ति के बाद संविदा के आधार पर नियुक्त किया गया था। लेकिन, उनके खिलाफ सक्षम स्तर से बिना अनुमति प्राप्त किए निविदा...

Bihar News: बिहार सरकार (Bihar Government) ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजीव हंस (IAS Sanjiv Hans) से जुड़े टेंडर घोटाला मामले (Tender scam case) में भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता (उत्तर) तारणी दास के अलग-अलग ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी में करोड़ों रुपए नकद बरामद होने के बाद दास के नियोजन को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया।

अभियंता के खिलाफ होगी विभागीय कार्यवाही 
भवन निर्माण विभाग की शुक्रवार को जारी अधिसूचना में कहा गया है कि भवन निर्माण विभाग, पटना के मुख्य अभियंता (उत्तर), तारणी दास को सेवानिवृत्ति के बाद संविदा के आधार पर नियुक्त किया गया था। लेकिन, उनके खिलाफ सक्षम स्तर से बिना अनुमति प्राप्त किए निविदा रद्द करने और निर्धारित समय से कम अवधि के लिए बीओक्यू अपलोड रखने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। आरोपों के स्पष्टीकरण के लिए उन्हें कई बार स्मार पत्र भेजा गया लेकिन उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इसके अलावा 28 मार्च 2025 को प्रकाशित समाचार के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दास के आवास पर छापेमारी की गई, जिसमें भारी मात्रा में नकद राशि बरामद की गई। जांच एजेंसी के इस कदम को उनके पद के आचरण के प्रतिकूल माना गया है। अधिसूचना में कहा गया है कि समीक्षा के बाद सामान्य प्रशासन विभाग के प्रावधानों के अनुसार, तारणी दास का संविदा नियोजन तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है। साथ ही उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही भी प्रारंभ की जाएगी।

आईएएस संजीव हंस से जुड़े मामले में की गई थी छापेमारी 
गौरतलब है कि ईडी ने पटना में आईएएस संजीव हंस से जुड़े टेंडर घोटाला मामले में गुरुवार को छह अधिकारियों और एक ठेकेदार के ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी की इस कार्रवाई में खुलासा हुआ है कि इन अधिकारियों ने सरकारी टेंडरों में लाभ पहुंचाने और ठेकेदारों के बिलों की मंजूरी के बदले रिश्वत ली। इस दौरान बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड और बीएमएसआईसीएल से जुड़े कई टेंडरों में गड़बड़ी के सबूत मिले हैं। ईडी की छापेमारी में 11.64 करोड़ रुपये नकद, कई संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज, रिश्वत के लेन-देन से संबंधित दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य मिले हैं। छापेमारी के दौरान भवन निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर तारणी दास के पूर्णेंदु नगर स्थित घर से तीन करोड़ रुपये से अधिक नकद जब्त किए गए हैं। साथ ही उनके आवास से लेनदेन के कई अहम साक्ष्य भी मिले हैं। संबंधित अधिकारियों और ठेकेदारों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है। एजेंसी इस बात की भी जांच कर रही है कि रिश्वत के इस नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। 

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