Edited By Harman, Updated: 14 Jan, 2025 11:22 AM
आजकल साइबर ठगी और धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। साइबर ठग लोगों को अपनी चुंगल में फंसाने के लिए नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर रहे है। इसी कड़ी में साइबर अपराधियों ने रांची के बरियातु इलाके से एक सेवानिवृत्त कोयला कंपनी अधिकारी को अपना टारगेट...
रांची: आजकल साइबर ठगी और धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। साइबर ठग लोगों को अपनी चुंगल में फंसाने के लिए नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर रहे है। इसी कड़ी में साइबर अपराधियों ने रांची के बरियातु इलाके से एक सेवानिवृत्त कोयला कंपनी अधिकारी को अपना टारगेट बनाया। साइबर ठगों ने सेवानिवृत्त अधिकारी को 11 दिन डिजिटल अरेस्ट कर 2.27 करोड़ रुपये की ठगी कर ली।
फर्जी ट्राई का अधिकारी बनकर ठगे पैसे
मिली जानकारी के अनुसार 10 दिसंबर 2024 को सेवानिवृत्त कोयला कंपनी के अधिकारी के निजी मोबाइल नंबर पर एक अनजान कॉल आया। फोन करने वाले ने अपना नाम अभिराज शुक्ला बताते हुए खुद को ट्राई का अधिकारी बताया। इसके बाद जनता को अवैध विज्ञापन और भ्रामक संदेश भेजने की शिकायत मिलने की बात कहकर सेवानिवृत्त अधिकारी को अपने चक्रव्यूह में फंसाया और अपने गिरोह के साथियों से वीडियो कॉल के जरिए मानसिक रूप से प्रताड़ित कर 10 दिसंबर से 20 दिसंबर के दौरान आठ बार में अलग-अलग बैंक खातों से 2.27 करोड़ रुपये ट्रांसफर कराए।
अधिकारी ने बताया कि इस ठगी में उनकी सारी कमाई चली गई। जब उन्हें पता लगा कि उनके साथ साइबर फ्रॉड हुआ तो उन्होंने मामले की शिकायत सीआईडी के साइबर थाने और साइबर क्राइम कंट्रोल नंबर 1930 पर की है। साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर साइबर पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन करनी शुरू कर दी है।