किसानों को मिलेगी सस्ती और निर्बाध बिजली, कृषि फीडरों का होगा सोलराइजेशन

Edited By Ramanjot, Updated: 01 Mar, 2025 08:31 PM

farmers will get cheap and uninterrupted electricity

राज्य सरकार किसानों को डेडीकेटेड कृषि फीडरों से सस्ती और निर्बाध बिजली देने की योजना को और सशक्त बना रही है। अब किसानों को मिलने वाली यह बिजली सौर ऊर्जा और अक्षय ऊर्जा से प्रदान की जाएगी।

पटना: राज्य सरकार किसानों को डेडीकेटेड कृषि फीडरों से सस्ती और निर्बाध बिजली देने की योजना को और सशक्त बना रही है। अब किसानों को मिलने वाली यह बिजली सौर ऊर्जा और अक्षय ऊर्जा से प्रदान की जाएगी। तीसरे चरण में 1200 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र के माध्यम से कृषि फीडरों को ऊर्जान्वित किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही इसे "असली ऊर्जा" बताते हुए इसके विस्तार को प्राथमिकता देने के निर्देश दे चुके हैं।

कृषि फीडरों का होगा सोलराइजेशन, किसानों को दिन में मिलेगी बिजली

ऊर्जा विभाग ने कृषि फीडरों के सोलराइजेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वर्तमान में किसानों को बिजली थर्मल ऊर्जा प्लांटों से मुहैया कराई जाती है, जिससे सरकार को भारी सब्सिडी देनी पड़ती है। इस योजना के तहत, दिन में ही सौर ऊर्जा से बिजली उत्पन्न कर किसानों को सिंचाई के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। इससे किसानों को रात में जागकर खेती करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस योजना के लिए निविदा जारी कर दी गई है और जल्द ही इसे समाचार पत्रों में प्रकाशित किया जाएगा।

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जून तक 2.85 लाख किसानों को मिलेगा कनेक्शन

राज्य सरकार का लक्ष्य है कि जून 2025 तक सभी बचे हुए किसानों को कृषि कनेक्शन उपलब्ध करा दिया जाए। अभी तक 3,000 में से 2,500 डेडीकेटेड कृषि फीडरों का निर्माण पूरा हो चुका है और बाकी फीडरों का निर्माण इस साल जून तक पूरा कर लिया जाएगा। अब तक 5.55 लाख किसानों को कृषि कनेक्शन मिल चुका है, और साल के अंत तक यह संख्या और बढ़ेगी।

सरकार को हर साल देनी पड़ रही ₹3970 करोड़ की सब्सिडी

राज्य में कुल 8,000 मेगावाट बिजली की खपत होती है, जिसमें से 1,150 मेगावाट बिजली केवल किसानों के लिए है। अभी यह बिजली ₹6.74 प्रति यूनिट की दर से खरीदी जाती है और किसानों को मात्र ₹0.55 प्रति यूनिट में उपलब्ध कराई जाती है। इस वजह से राज्य सरकार हर साल ₹3,970 करोड़ की सब्सिडी देती है। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने से इस खर्च को कम किया जा सकेगा।

 

पहले और दूसरे चरण में हो चुका है बड़ा काम

  • पहले चरण में 843 पावर सब-स्टेशन से 1,235 डेडीकेटेड फीडर बनाए गए।
  • दूसरे चरण में 1,121 सब-स्टेशन के 3,681 फीडरों के लिए 1,600 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जाएंगे।
  • अब तक 180 मेगावाट सौर परियोजनाएं शुरू हो चुकी हैं, जिसमें दरभंगा और सुपौल में फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट शामिल हैं।

डीजल से 10 गुना सस्ती होगी बिजली, किसानों को होगा सीधा लाभ

सरकार किसानों को बिजली पर 92% से ज्यादा सब्सिडी दे रही है, जिससे यह डीजल की तुलना में 10 गुना सस्ती पड़ रही है। किसानों को निशुल्क कनेक्शन और निर्बाध बिजली आपूर्ति से कृषि क्षेत्र में तेजी आएगी और राज्य के कृषि औद्योगीकरण को भी बढ़ावा मिलेगा।

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