Edited By Swati Sharma, Updated: 20 Jun, 2025 05:17 PM
Madhubani Assembly Seat: बिहार का मधुबनी विधानसभा सीट मधुबनी लोकसभा के तहत आता है। 1951 में मधुबनी सीट अस्तित्व में आया था। 1951 में इस सीट पर हुए पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट हरिनाथ मिश्रा ने चुनाव में जीत हासिल की थी। 1957 में मधुबनी...
Madhubani Assembly Seat: बिहार का मधुबनी विधानसभा सीट मधुबनी लोकसभा के तहत आता है। 1951 में मधुबनी सीट अस्तित्व में आया था। 1951 में इस सीट पर हुए पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट हरिनाथ मिश्रा ने चुनाव में जीत हासिल की थी। 1957 में मधुबनी सीट पर हुए चुनाव में निर्दलीय कैंडिडेट राम कृष्ण महतो ने जनता का समर्थन जीत लिया था। 1962 के चुनाव में मधुबनी सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट ब्रज बिहारी शर्मा ने जीत हासिल की थी। वहीं 1967 के चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट एस अंसारी ने जनता का भरोसा हासिल कर लिया था। 1969 के चुनाव में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट सूर्य नारायण सिंह ने जीत हासिल किया था। 1972 में एसओपी के कैंडिडेट सूर्य नारायण सिंह ने एक बार फिर मधुबनी में जीत हासिल किया था।
1977 में जनता पार्टी की टिकट पर मधुबनी से दिगंबर ठाकुर ने आम जनता का भरोसा जीत लिया था। 1980 में जेएनपी पार्टी से राजकुमार महासेठ ने मधुबनी सीट से सभी विरोधियों को शिकस्त दे दिया था। वहीं 1985 में कांग्रेसी कैंडिडेट पदमा चौबे ने मधुबनी की जनता का भरोसा हासिल कर लिया था। 1990 में निर्दलीय कैंडिडेट राजकुमार महासेठ ने मधुबनी में जीत हासिल किया था। वहीं 1995 में जनता दल के टिकट पर राजकुमार महासेठ ने मधुबनी में एक बार फिर जनता का भरोसा हासिल कर लिया था। 2000,2005 और 2010 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की टिकट पर रामदेव महतो ने लगातार तीन बार जीत हासिल किया था। वहीं 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में मधुबनी सीट से आरजेडी की टिकट पर समीर कुमार महासेठ ने जीत का परचम लहरा दिया था। इस बार भी आरजेडी की तरफ से समीर कुमार महासेठ का मधुबनी से चुनाव लड़ना तय है।
Madhubani Assembly Seat Result 2020।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में मधुबनी सीट पर आरजेडी उम्मीदवार समीर कुमार महासेठ ने जीत हासिल की थी। समीर कुमार महासेठ 71 हजार तीन सौ 32 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे। वहीं वीएसआईपी कैंडिडेट सुमन कुमार महासेठ 64 हजार पांच सौ 18 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे तो एलजेपी कैंडिडेट अरविंद कुमार पूर्वे 15 हजार आठ सौ 18 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

Madhubani Assembly Seat Result 2015।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में मधुबनी सीट से आरजेडी के टिकट पर समीर कुमार महासेठ ने जीत हासिल की थी। समीर कुमार महासेठ ने चुनाव में 76 हजार आठ सौ 23 वोट हासिल किया था। वहीं बीजेपी कैंडिडेट रामदेव महतो को 69 हजार पांच सौ 16 वोट ही मिल पाया था।इस तरह से समीर कुमार महासेठ ने रामदेव महतो को 7 हजार तीन सौ सात वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं नोटा तीसरे नंबर पर रही थी। मधुबनी की जनता ने 4 हजार दो सौ 82 वोट नोटा को दिया था।

Madhubani Assembly Seat Result 2010।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर नजर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में मधुबनी सीट से बीजेपी की टिकट पर रामदेव महतो ने जीत हासिल की थी। रामदेव महतो ने चुनाव में 44 हजार आठ सौ 17 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी कैंडिडेट नैयर आजम ने 44 हजार दो सौ 29 वोट हासिल किया था। इस तरह से रामदेव महतो ने नैयर आजम को महज पांच सौ 88 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं कांग्रेसी कैंडिडेट किशोर कुमार झा, 10 हजार दो सौ 91 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

Madhubani Assembly Seat Result 2005।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर नजर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में मधुबनी सीट से बीजेपी कैंडिडेट रामदेव महतो ने जीत हासिल की थी। रामदेव महतो ने चुनाव में 38 हजार 7 वोट हासिल किया था। आरजेडी कैंडिडेट असलम को 26 हजार 55 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से रामदेव महतो ने असलम को 11 हजार नौ सौ 52 वोट से हरा दिया था। वहीं एलजेपी कैंडिडेट राजकुमार महासेठ, 22 हजार आठ सौ 70 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

मधुबनी सीट पर यादव, ब्राह्मण, अनुसूचित जाति और मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका निभाते हैं। अगर मुकेश सहनी महागठबंधन में ही रह गए तो आरजेडी कैंडिडेट को फायदा मिल सकता है। हालांकि 2025 के विधानसभा चुनाव में यहां महागठबंधन और एनडीए के बीच कड़ा मुकाबला होगा। अब चुनावी नतीजे ही बताएंगे कि इस बार के चुनाव में कौन किस पर भारी पड़ेगा।