Edited By Ramanjot, Updated: 10 Aug, 2025 05:48 PM
1972 में यह सीट फिर कांग्रेस के खाते में आई और रामाश्रय प्रसाद सिंह विधायक चुने गए थे। 1977 में शोषित समाज दल की तरफ से नागमणि चुनाव जीते थे। 1980 में जनता पार्टी के टिकट पर सहदेव प्रसाद यादव विधायक चुने गए थे तो 1985 में एक बार फिर से नागमणि...
Kurtha Assembly Seat: कुर्था विधानसभा सीट अरवल जिले में स्थित है। यह विधानसभा क्षेत्र जहानाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यह सीट साल 1951 से ही अस्तित्व में है। इस सीट पर पहली बार साल 1951 में विधानसभा के चुनाव हुए और प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के रामचरण सिंह यादव चुनाव जीते थे। इसके बाद 1957 में कांग्रेस के कामेश्वर शर्मा विधायक चुने गए थे। 1962 में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी ने एक बार फिर से वापसी की और रामचरण सिंह यादव एक बार फिर विधायक चुने गए थे। 1967 में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी और 1969 में शोषित समाज दल के जगदेव प्रसाद ने जीत हासिल की थी।

1972 में यह सीट फिर कांग्रेस के खाते में आई और रामाश्रय प्रसाद सिंह विधायक चुने गए थे। 1977 में शोषित समाज दल की तरफ से नागमणि चुनाव जीते थे। 1980 में जनता पार्टी के टिकट पर सहदेव प्रसाद यादव विधायक चुने गए थे तो 1985 में एक बार फिर से नागमणि निर्दलीय ही चुनाव जीते गए। 1990 में जनता दल के मुंद्रिका सिंह यादव और 1995 में सहदेव प्रसाद यादव कुर्था से चुनाव जीते थे। वहीं 2000 में आरजेडी के शिव बचन यादव ने कुर्था में जीत हासिल की थी। 2005 में कुर्था में लोजपा की सुचित्रा सिन्हा चुनाव जीतने में कामयाब रहीं थीं। 2010 और 2015 में यह सीट जदयू के खाते में गई और सत्यदेव सिंह लगातार दो बार से विधायक चुने गए। वहीं 2020 में आरजेडी के बागी कुमार वर्मा ने यहां विरोधियों को मात दे दिया था।
Kurtha Seat Result 2020 ।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वही 2020 के चुनाव में कुर्था सीट पर आरजेडी कैंडिडेट बागी कुमार वर्मा ने जीत हासिल की थी। बागी कुमार वर्मा ने जेडीयू के सत्यदेव सिंह को 27 हजार आठ सौ 10 वोट के बड़े भारी अंतर से हरा दिया था। वर्मा को कुल 54 हजार दो सौ 27 वोट मिला था जबकि सत्यदेव सिंह को 26 हजार चार सौ 17 वोट ही मिल पाया था। वहीं एलजेपी के भुवनेश्वर पाठक 20 हजार पांच सौ नौ वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

Kurtha Seat Result 2015 ।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में कुर्था सीट पर जेडीयू के सत्यदेव सिंह ने जीत हासिल की थी। सत्यदेव सिंह ने बीएलएसपी के अशोक कुमार वर्मा को 14 हजार एक सौ 19 वोटों के अंतर से हराया था। अशोक कुमार वर्मा को कुल 43 हजार छह सौ 76 वोट मिला था जबकि दूसरे नंबर पर रहे अशोक कुमार वर्मा को कुल 29 हजार पांच सौ 57 वोट ही मिल पाए थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे बीएसपी के राजेंद्र यादव को कुल 8 हजार आठ सौ 96 वोट मिले थे।

Kurtha Seat Result 2010 ।। विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
वहीं 2010 में हुए विधानसभा चुनाव में कुर्था सीट पर जेडीयू के सत्यदेव सिंह ने जीत हासिल की थी। सत्यदेव सिंह ने आरजेडी के उम्मीदवार शिव बचन यादव को 9 हजार चार सौ 93 वोट के अंतर से हराया था। सत्यदेव सिंह को कुल 37 हजार छह सौ 33 वोट मिला था जबकि दूसरे नंबर पर रहे शिव बचन यादव को कुल 28 हजार एक सौ 40 वोट ही मिल पाया था तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे एनसीपी के अशोक कुमार को कुल 5 हजार चार सौ 61 वोट मिले थे।

Kurtha Seat Result 2005 ।। विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजे
वहीं 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में कुर्था सीट पर जेडीयू कैंडिडेट सुचित्रा सिन्हा ने जीत हासिल की थी। सुचित्रा सिन्हा ने आरजेडी उम्मीदवार सहदेव प्रसाद यादव को 12 हजार सात सौ 92 वोटों से हराया था। सुचित्रा सिन्हा को कुल 31 हजार तीन सौ 72 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे सहदेव प्रसाद यादव को कुल 18 हजार पांच सौ 80 वोट ही मिल पाए थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे लोजपा के अंजनी कुमार को कुल 11 हजार चार सौ 45 वोट मिले थे।

2024 के लोकसभा चुनाव में कुर्था विधानसभा सीट पर आरजेडी ने 21 हजार चार सौ 24 वोट के मार्जिन से जेडीयू पर लीड लिया था। जातीय समीकरण के लिहाज से कुर्था सीट पर सबसे अहम भूमिका यादव, कोइरी और भूमिहार की है। इसके अलावा राजपूत,रविदास और कुर्मी वोटर भी चुनावी नतीजों को प्रभावित करते हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए का आधार वोट बंट गया था। चिराग पासवान की पार्टी को तब 20 हजार पांच सौ नौ वोट मिला था जबकि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी के उम्मीदवार को 16 हजार एक सौ 58 वोट मिला था। अगर इस बार एनडीए के उम्मीदवार को अपने बड़े नेताओं के आधार वोट ट्रांसफर हो जाए। तभी कुर्था का नतीजा बदल पाएगा लेकिन एनडीए के आधार वोट बैंक में सेंध लगी तो फिर से एक बार कुर्था आरजेडी की झोली में चला जाएगा।