Edited By Ramanjot, Updated: 17 Feb, 2025 06:27 PM

ड फॉर जॉब घोटाले (Land for Job Scam) में सोमवार (17 फरवरी) को कोर्ट में सुनवाई हुई, लेकिन सीबीआई (CBI) ने स्पष्टीकरण दाखिल करने के लिए अतिरिक्त समय की मांग की।
पटना: लैंड फॉर जॉब घोटाले (Land for Job Scam) में सोमवार (17 फरवरी) को कोर्ट में सुनवाई हुई, लेकिन सीबीआई (CBI) ने स्पष्टीकरण दाखिल करने के लिए अतिरिक्त समय की मांग की। कोर्ट ने इस अनुरोध को स्वीकार करते हुए अगली सुनवाई की तारीख 21 फरवरी तय की है। इस मामले में सीबीआई पहले ही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव समेत 78 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
1 मार्च को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुनवाई
इस घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस (Money Laundering Case) में अब 1 मार्च को सुनवाई होगी। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोर्ट को सूचित किया कि कुछ आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति अभी लंबित है। इससे पहले, 7 फरवरी को इस मामले की सुनवाई स्थगित कर दी गई थी। इस मामले में लालू यादव के परिवार के पांच सदस्य भी आरोपी हैं, जिनमें उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटा तेजस्वी यादव और दो बेटियां मीसा भारती व हेमा यादव शामिल हैं। पिछली सुनवाई के दौरान विशेष लोक अभियोजक डी.पी. सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए थे, जबकि बचाव पक्ष के वकील मनु मिश्रा कोर्ट में मौजूद थे।
क्या है लैंड फॉर जॉब घोटाला?
यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है, जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे। आरोप है कि रेलवे में नौकरी देने के बदले में उम्मीदवारों से जमीन और प्लॉट लिए गए थे। ये संपत्तियां कथित रूप से लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के नाम पर दर्ज की गईं। सीबीआई और ईडी इस घोटाले की गहन जांच कर रही हैं और कोर्ट में नियमित सुनवाई जारी है।