Edited By Ramanjot, Updated: 09 Apr, 2025 08:22 PM
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजधानी पटना के बहुप्रतीक्षित “जेपी गंगा पथ” के अंतिम चरण को गुरुवार को जनता को समर्पित करेंगे।
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजधानी पटना के बहुप्रतीक्षित “जेपी गंगा पथ” के अंतिम चरण को गुरुवार को जनता को समर्पित करेंगे। यह मार्ग पूर्व में दीघा से पश्चिम में दीदारगंज तक 20.5 किलोमीटर लंबा है। मुख्यमंत्री कल कंगन घाट से दीदारगंज तक के अंतिम हिस्से का लोकार्पण करेंगे। इससे पूर्व कंगन घाट तक का मार्ग पहले ही चालू किया जा चुका है।
जेपी गंगा पथ का नाम प्रसिद्ध समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण के नाम पर रखा गया है। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एवं विजय कुमार सिन्हा, विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव, सड़क निर्माण मंत्री नितिन नवीन, पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद रविशंकर प्रसाद, विधायक संजीव चौरसिया एवं अरुण कुमार सिन्हा सहित कई गणमान्य जन उपस्थित रहेंगे।
यह मार्ग राजधानी के प्रमुख संस्थानों जैसे पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय, सिविल कोर्ट तक पहुंचने को सुगम और समयबद्ध बनाता है। इसके अलावा गांधी सेतु, एम्स पटना और कई पर्यटक एवं धार्मिक स्थलों तक भी आसानी से पहुँचा जा सकता है।
इस पथ से सात प्रमुख बिंदुओं पर शहर में प्रवेश की सुविधा दी गई है – अटल पथ, एलसीटी घाट, गांधी मैदान (एएन सिन्हा संस्थान के पास), पीएमसीएच, कृष्णा घाट, गायघाट, कंगन घाट और पटना घाट।
राज्य सरकार ने मंदिरी नाला पर बन रही सड़क को जेपी गंगा पथ से जोड़ने की भी मंजूरी दी है, साथ ही गायघाट पर एक डाउन रैंप बनाने को भी स्वीकृति दी गई है।
पश्चिम में बिहटा (कोइलवर पुल) और पूर्व में मोकामा तक बढ़ाया जाएगा गंगा पथ
मुख्यमंत्री ने अपनी “प्रगति यात्रा” के दौरान घोषणा की थी कि गंगा पथ को पश्चिम में बिहटा (कोइलवर पुल) और पूर्व में मोकामा तक फतुहा, बख्तियारपुर, बाढ़ होते हुए विस्तारित किया जाएगा।
फिलहाल गंगा पथ दो प्रमुख पुलों – जेपी सेतु और गांधी सेतु – से जुड़ा है, जिससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन काफी सुगम हो गया है। भविष्य में गंगा पर बन रहे तीन और पुलों से भी इस पथ को जोड़ा जाएगा। यह पथ अब पटना रिंग रोड का भी हिस्सा बन गया है जिससे इसका महत्व और बढ़ गया है।
जेपी गंगा पथ न सिर्फ राजधानी के पूर्व से पश्चिम तक यात्रियों की जीवनरेखा बना है, बल्कि यह पटना वासियों के लिए एक पिकनिक स्पॉट के रूप में भी उभर रहा है, जहां बड़ी संख्या में लोग शाम बिताने आते हैं और सड़क किनारे छोटे व्यवसायी अपने व्यंजन बेचकर जीविकोपार्जन करते हैं।
राज्य सरकार ने दीघा से गांधी मैदान तक इस पथ के किनारे एकीकृत पार्क विकसित करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है।
पृष्ठभूमि
इस परियोजना की आधारशिला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 11 अक्टूबर 2013 को रखी थी। यह ₹3831 करोड़ की लागत से बनी है।
20.5 किलोमीटर लंबे इस महत्वाकांक्षी परियोजना का निर्माण चरणबद्ध तरीके से किया गया। पहला खंड दीघा से पीएमसीएच (7.5 किमी) को 24 जून 2022 को जनता को समर्पित किया गया था। इसके बाद अन्य खंडों को भी तीन चरणों में जनता को समर्पित किया गया।