Edited By Swati Sharma, Updated: 13 May, 2024 12:38 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने हाजीपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए लालू यादव (Lalu Yadav) की पार्टी राजद और कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों के सामर्थ्य और समझदारी का मैं सम्मान करता हूं, लेकिन मुझे...
हाजीपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने हाजीपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए लालू यादव (Lalu Yadav) की पार्टी राजद और कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों के सामर्थ्य और समझदारी का मैं सम्मान करता हूं, लेकिन मुझे यह देखकर दुख होता है कि सामाजिक न्याय के नाम पर लालटेन वालों ने बिहार में कितना अंधकार फैलाया है। इन्होंने बिहार के लोगों को गरीबी और अभाव में धकेल दिया, जंगलराज दिया, इन्होंने सबको बर्बाद किया और खुद अपने आलीशान महल खड़े कर दिए।
'RJD, कांग्रेस की प्राथमिकता उनका वोट बैंक'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राजद, कांग्रेस में बिहार को आगे बढ़ाने की इच्छाशक्ति ही नहीं है। वे सोच रहे हैं कि जितना समय है उसमें जितना लूट सके, लूट लें। वे अपने बच्चों को सेट करने में लगे हैं। ये लोग विकास के कार्यों से भागते हैं। इन लोगों के नकारेपन ने बिहार के कई अमूल्य दशक बर्बाद किए हैं, इनसे हमें बिहार को बचाकर रखना है। इन दोनों पार्टियों ने तुष्टीकरण को अपना सबसे बड़ा राजनीतिक हथियार बनाया है। राजद, कांग्रेस की प्राथमिकता उनका वोट बैंक है। मोदी ने कहा कि राजद के राज में यहां सिर्फ अपहरण और फिरौती उद्योग ही फला-फुला।
'विपक्ष ने बिहार को सिर्फ पलायन दिया'
पीएम ने कहा कि हाजीपुर ने देखा है कि कैसे यहां सारे उद्योग धंधे चौपट हो गए। राजद, कांग्रेस ने बिहार को सिर्फ पलायन दिया, बिहार को सिर्फ तबाही दी, जबकि मोदी 'विकसित बिहार, विकसित भारत' के संकल्प को लेकर निकला है। इसके साथ ही पीएम ने कहा कि आज देश में चौथे चरण के लिए मतदान हो रहा है, मेरा सभी मतदाताओं से अनुरोध है कि मतदान जरूर करें। चुनाव लोकतंत्र का महापर्व होता है, आपका एक-एक वोट लोकतंत्र का गहना बन जाता है। पीएम ने कहा कि मैं यहां आया हूं रामविलास जी का कर्ज चुकाने के लिए। मेरे अनन्य साथी रहे हैं रामविलास जी। मुझे मालूम है कि यहां का परिणाम आपने तय कर लिया है। चिराग जब पहली बार पार्लियामेंट में आए तो मैं इतना ही जानता था कि ये रामविलास जी के बेटे हैं। लेकिन इनके व्यवहार में रामविलास के बेटे होने का कोई गुरूर नहीं था। इसका क्रेडिट मैं इनकी माताजी को देता हूं। इनमें गुरूर का नामोनिशान नहीं है।