Edited By Harman, Updated: 09 Dec, 2024 09:26 AM
झारखंड की छठी विधानसभा का पहला सत्र आज यानि 9 दिसंबर से शुरू हो रहा है जो कि 12 दिसंबर तक चलेगा। वहीं इस दौरान सरकार सदन में विश्वास मत साबित करेगी। नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण होगा तथा शपथ ग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद विधानसभा के नए...
रांची: झारखंड की छठी विधानसभा का पहला सत्र आज यानि 9 दिसंबर से शुरू हो रहा है जो कि 12 दिसंबर तक चलेगा। वहीं इस दौरान सरकार सदन में विश्वास मत साबित करेगी। नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण होगा तथा शपथ ग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद विधानसभा के नए अध्यक्ष का चुनाव होगा। इसके अलावा अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा।
पहले दो दिन नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण
बता दें कि सत्र के पहले दो दिन के कार्य दिवस में नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण होगा। इन्हें प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी शपथ दिलाएंगे। दूसरे दिन 10 दिसंबर को विधायकों के शपथ ग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद विधानसभा के नए अध्यक्ष का चुनाव होगा। 11 दिसंबर को राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार का अभिभाषण होगा। इसके बाद सरकार की ओर से वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर चालू वित्तीय वर्ष के लिए द्वितीय अनुपूरक बजट पेश करेंगे। सत्र के अंतिम कार्यदिवस में 12 दिसंबर को राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा और अनुपूरक बजट पर बहस होगी।
सरकार सदन में करेगी विश्वास मत साबित
बताया जा रहा है कि यह विधानसभा सत्र कई मायनों में खास होना वाला है, क्योंकि कई नये चेहरे पहली बार सदन में आने वाले हैं तो दूसरी तरफ सरकार सदन में विश्वास मत साबित करेगी। साथ ही साथ नये विधानसभा अध्यक्ष का भी ऐलान हो जाएगा। वहीं इस बार सदन में सदस्यों की संख्या 82 की बजाय 81 होगी। इसकी वजह यह है कि विधानसभा में 82वें विधायक के रूप में एंग्लो इंडियन समुदाय के किसी व्यक्ति को मनोनीत करने की संवैधानिक व्यवस्था अब समाप्त हो गई है। जनवरी, 2020 में संसद में पारित 126वें संविधान संशोधन के जरिए संसद और देश के 13 राज्यों की विधानसभाओं में एंग्लो इंडियन समुदाय के मनोनयन की व्यवस्था समाप्त कर दी गई थी।
विधानसभा के आस-पास धारा 144 लागू रहेगी
बता दें कि सत्र के दौरान विधानसभा के आस-पास धारा 144 लागू रहेगी। विधानसभा के 200 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लगा दी गई है। यह निषेधाज्ञा 9 दिसंबर के सुबह 8 बजे से 12 दिसंबर की रात 10 बजे तक के लिए लागू रहेगा। निषेधाज्ञा के मद्देनजर विधानसभा परिसर के 200 मीटर के दायरे में किसी तरह के जुलूस, रैली, प्रदर्शन, घेराव आदि आयोजित नहीं किये जा सकेंगे। विधानसभा परिसर के आसपास 4 आईपीएस और 12 से ज्यादा डीएसपी समेत 2000 अतिरिक्त पुलिस जवान तैनात रहेंगे।