11 साल के बच्चे ने CM के सामने खोली सरकारी स्कूल की पोल, बोला- ‘मुझे पढ़ना है, मेरी मदद करे सरकार‘

Edited By Ramanjot, Updated: 15 May, 2022 11:32 AM

11 year old child exposed the government school poll in front of cm

गौरतलब है बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पत्नी स्वर्गीय मंजू सिन्हा के 16वीं पुण्यतिथि के मौके पर कल्याण विगहा गांव पहुंचे थे। इस दौरान बिहार के सीएम नीतीश कुमार उत्क्रमित मध्य विद्यालय कल्याण विगहा में जनसंवाद कार्यक्रम में लोगो की समस्याओं...

पटनाः कहते हैं बच्चों में भगवान बसते हैं, बच्चे कभी झूठ नहीं बोलते। इसी वाक्य को चरितार्थ कर दिखाया हरनौत प्रखंड अंतर्गत नीमा कौल गांव के 6 क्लास में पढ़ने वाले छोटे से बच्चे सोनू कुमार ने सच कर दिखाया है। दरअसल, इस छोटे से बच्चे ने मुख्यमंत्री के सामने सच बोलने की हिम्मत दिखाई और सरकारी स्कूल की पोल दी।


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गौरतलब है बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पत्नी स्वर्गीय मंजू सिन्हा के 16वीं पुण्यतिथि के मौके पर कल्याण विगहा गांव पहुंचे थे। इस दौरान बिहार के सीएम नीतीश कुमार उत्क्रमित मध्य विद्यालय कल्याण विगहा में जनसंवाद कार्यक्रम में लोगो की समस्याओं को सुन रहे थे। इस जनसंवाद में अपनी जनसेवदना को लेकर एक 11 साल का बच्चा सोनू कुमार भी पहुंच गया। बच्चे के जनसंवाद में पहुंचते ही मौजूद लोगों में हलचल मच गई।

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सोनू मुख्य रूप से हरनौत प्रखण्ड के नीमा कौल गांव निवासी है। इसके पिता रणविजय यादव दही की दुकान चलाकर घर चलाते है। सोनू कुमार ने जन संवाद में सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात कर कड़वे सच को कहने का काम किया। छोटे से बच्चे ने नीतीश कुमार के सामने शिक्षा की बदहाली और शराबबंदी पर सीएम नीतीश को अवगत कराया। सोनू ने बताया कि इसके पिता दही की दुकन से जो भी कमाते है। उसका उपयोग शराब पीने में लगा देते हैं। सोनू कुमार गरीब परिवार से होने के कारण मध्य विद्यालय नीमा कौल के सरकारी स्कूल में पढ़ता है। जहां शिक्षको को भी अच्छी गुणबत्ता वाली शिक्षा नहीं देने आता है। जिसका खुलासा छोटे से बच्चे ने खुद किया है।

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बच्चे ने सीएम नीतीश के आंखों में आंखे डालकर शिक्षा की बदहाली और शराबबंदी को असफल बताया, क्योंकि सीएम नीतीश कुमार लगातार हार भाषणों में शराबबंदी और शिक्षा के बारे कहते नहीं थकते है। बच्चे ने कहा अगर सरकार हमें मदद करे तो मैं भी पढ़ लिखकर आईएएस आईपीएस बनना चाहता हूं। उसने कहा कि सरकारी स्कूल में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर है। बच्चे की काबिलियत इसी से झलकता है कि सोनू कुमार छठी कक्षा में पढ़कर 5 वी कक्षा तक के 40 बच्चो को शिक्षा देकर अपनी पढ़ाई का खर्च निकालता है। वहीं इस छोटे से बच्चे के हिम्मत को देखकर अधिकारी से लेकर नेता तक दंग रह गए।

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