Edited By Ramanjot, Updated: 26 Jul, 2025 11:48 AM

प्रथम चरण में मतदाताओं के भरे हुए गणना फार्म प्राप्त करने की अवधि शुक्रवार को पूरी हो गई। आयोग की एक विज्ञप्ति में बूथ स्तरीय अधिकारियों और एजेंटों से प्राप्त रिपोटरं के हवाले से कहा गया है कि सूची के करीब 22 लाख मतदाताओं की मृत्यु हो गई है, सात लाख...
Bihar Voter List: बिहार में मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के अंतर्गत तैयार की जाने वाली सूची के मसौदे में मौजूदा सूची के करीब 65 लाख नाम कट सकते हैं। चुनाव आयोग ने कहा है कि वह 24 जून से शुरू पुनरीक्षण कार्यक्रम के पहले चरण में वर्तमान सूची में बूथ स्तरीय अधिकारियों, स्वयंसेवकों और राजनीतिक दलों के एजेंटों के माध्यम से 99.8 प्रतिशत मतदाताओं की वास्तविक स्थिति की जानकारी हासिल कर ली है।
सूची के करीब 22 लाख मतदाताओं की हुई मृत्यु
प्रथम चरण में मतदाताओं के भरे हुए गणना फार्म प्राप्त करने की अवधि शुक्रवार को पूरी हो गई। आयोग की एक विज्ञप्ति में बूथ स्तरीय अधिकारियों और एजेंटों से प्राप्त रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि सूची के करीब 22 लाख मतदाताओं की मृत्यु हो गई है, सात लाख के नाम एक से अधिक स्थानों पर दर्ज हैं करीब 35 लाख मतदाता राज्य से स्थायी रूप से बाहर चले गए हैं या उनकी जानकारी नहीं मिल सकी है तथा 1.2 लाख मतदाताओं के गणना फार्म भर कर वापस नहीं आए हैं। इस तरह करीब 65.2 लाख मतदाताओं के नाम एक अगस्त को प्रकाशित होने वाले सूची के मसौदे में नहीं दिख सकते हैं।
सूची के मसौदे पर कोई भी मतदाता या राजनीतिक दल एक सितंबर तक निर्धारित फार्म पर मतदाता पंजीयक अधिकारी (ईआरओ) के समक्ष शिकायत या सुझाव दर्ज करा सकेगा ताकि किसी त्रुटि या गलती से किसी का नाम छूटे होने या दर्ज होने का परिमार्जन किया जा सके। आयोग ने इस अभियान के पहले चरण के सफल समापन का श्रेय बिहार के मुख्य चुनाव अधिकारी और उनके साथ इस काम में शामिल 38 जिला चुनाव अधिकारी गण, 243 मतदाता पंजीकरण अधिकारीगण (ईआरओ), 2976 सहायक ईआरओ (एईआरओ), राज्य भर के 77,895 मतदान केंद्रों पर तैनात बीएलओ, स्वयंसेवकों, सभी 12 राजनीतिक दलों, उनके 38 जिला अध्यक्षों और उनके द्वारा नामित 1.60 लाख बीएलए को दिया है।