Edited By Swati Sharma, Updated: 21 Nov, 2024 12:24 PM
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बुधवार को कहा कि शीघ्र ही 40 लाख बुजुर्गों का आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनाया जाएगा। पांडेय ने बुधवार को 70 वर्ष या उससे अधिक के बुजुर्गों को स्वास्थ्य लाभ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चलाई जा रही केंद्र सरकार...
पटना: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बुधवार को कहा कि शीघ्र ही 40 लाख बुजुर्गों का आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनाया जाएगा।
20 नवंबर से 12 दिसंबर तक चलेगा यह अभियान
पांडेय ने बुधवार को 70 वर्ष या उससे अधिक के बुजुर्गों को स्वास्थ्य लाभ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चलाई जा रही केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान वय वंदना कार्ड (आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अंतर्गत) निर्माण की शुरुआत सभी वार्ड में की। स्वास्थ्य विभाग और नगर विकास एवं आवास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में यह अभियान 20 नवंबर से 12 दिसंबर तक पटना नगर निगम के सभी 75 वार्डों में चलेगा। जीवंत बिहार-सपना हो साकार के नारे के साथ इस अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान के दौरान लाभुकों को आयुष्मान कार्ड सौंपी गई।
'अभी तक कुल 1.51 करोड़ कार्ड बनाए जा चुके'
मंत्री ने कहा कि 29 अक्टूबर को प्रधानमंत्री द्वारा 70 वर्ष और इससे अधिक आयु वर्ग के बुजुर्गों के लिए शुरू किए गए आयुष्मान वय वंदना कार्ड योजना में बिहार में अबतक लगभग 20 हजार कार्ड बनाए जा चुके हैं। आने वाले समय में 40 लाख बुजुर्गों के वय वंदना कार्ड बनाने का लक्ष्य है। वहीं, इस विशेष अभियान में 50 लाख आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि वय वंदना कार्ड के अलावा लगभग एक करोड़ 80 लाख परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनना था, जिसमें से अभी तक कुल 1.51 करोड़ यानी 85 प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। इस तरह राज्य भर में आठ करोड़ 30 लाख आयुष्मान कार्ड बनाने के लक्ष्य में अबतक तीन करोड़ 60 लाख लगभग कार्ड बन चुका ह
पांडेय ने कहा कि आयुष्मान कार्ड के लाभुकों के इलाज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयासों से प्रदेश में अब तक 1833 करोड़ रुपए सरकार ने व्यय किए हैं। इस वित्तीय वर्ष में आयुष्मान कार्ड से इलाज पर 650 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं और बचे महीनों में 300 से 400 करोड़ रुपये खर्च होगा।