Edited By Ramanjot, Updated: 14 Jun, 2025 06:14 PM

बिहार में आपदा के समय त्वरित राहत सुनिश्चित करने के लिए भवन निर्माण विभाग की तरफ से बाढ़ प्रभावित जिलों में आधुनिक जिला आपदा रिस्पॉन्स फैसिलिटी-सह-प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं।
पटना: बिहार में आपदा के समय त्वरित राहत सुनिश्चित करने के लिए भवन निर्माण विभाग की तरफ से बाढ़ प्रभावित जिलों में आधुनिक जिला आपदा रिस्पॉन्स फैसिलिटी-सह-प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत 7 प्रमंडलीय मुख्यालय के जिलों (बेतिया, भागलपुर, गया, दरभंगा, पटना पूर्णिया एवं सहरसा) में 70 करोड़ रुपये की लागत से ए टाईप एवं 11 अन्य जिला मुख्यालय में 82 करोड़ 37 लाख 57 हजार रुपये की लागत से बी टाईप जिला आपदा रिस्पॉन्स फैसिलिटी-सह-प्रशिक्षण केन्द्र का निर्माण कराया जा रहा है। इनमें से 6 ए टाईप और 9 बी टाइप भवनों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
विभाग के सचिव कुमार रवि ने बताया कि बिहार के कई जिले बाढ़ आपदा से प्रभावित होते हैं और इसी को देखते हुए विभाग विभिन्न जिलों में जिला आपदा रिस्पॉन्स फैसिलिटी-सह-प्रशिक्षण केन्द्र का निर्माण करा रहा है। ये केंद्र आपदा प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। ये न केवल आपदा के समय राहत पहुंचाएंगे बल्कि स्थानीय लोगों को आपदा से निपटने के लिए प्रशिक्षित करेंगे।
इस केन्द्र भवन का कुल निर्मित क्षेत्रफल 25774 वर्गमीटर है। यह तीन मंजिला भवन है, जिसके ऊपरी छत पर सोलर पैनल लगा हुआ है। आपदा के समय आसानी से राहत कार्य करने के उद्देश्य से इसमें एसडीआरएफ के पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के रहने की व्यवस्था है।
उन्होंने बताया कि 10 जिलों में बाढ़ आश्रय स्थल का भी निर्माण किया जा रहा है। 96 जगहों पर इसका निर्माण कार्य पूरा हो गया है।
अररिया, पूर्वी चम्पारण, शिवहर, पूर्णिया, पश्चिमी चम्पारण, कटिहार, मधुबनी, किशनगंज, सीतामढ़ी और दरभंगा में बाढ़ आश्रय स्थल निर्माण की 100 योजनाएं स्वीकृत की गई। 96 जगहों पर कार्य पूर्ण कर लिया गया है। प्रत्येक बाढ़ आश्रय स्थल निर्माण की लागत लगभग एक करोड़ रुपये है। बाकि 4 जगहों (शिवहर, पूर्वी चम्पारण, मधुबनी) पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। भवन निर्माण विभाग का यह प्रयास न केवल आपदा के समय राहत कार्यों को गति देगा बल्कि लोगों में जागरूकता और तैयारियों को भी बढ़ावा देगा।