Edited By Swati Sharma, Updated: 21 Jan, 2025 07:01 PM
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के तीसरे चरण में किशनगंज जिले के महेश बथना स्थित नवनिर्मित जिला आपातकालीन प्रतिक्रिया सुविधा-सह-प्रशिक्षण केंद्र से 514.26 करोड़ रुपये की 235 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास...
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के तीसरे चरण में किशनगंज जिले के महेश बथना स्थित नवनिर्मित जिला आपातकालीन प्रतिक्रिया सुविधा-सह-प्रशिक्षण केंद्र से 514.26 करोड़ रुपये की 235 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें 151.17 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न विभागों की योजनाओं का उद्घाटन तथा 363.09 करोड़ रुपये की लागत से शिलान्यास शामिल है।
मुख्यमंत्री ने ठाकुरगंज प्रखंड के ग्राम पंचायत पटेश्वरी स्थित ग्राम कटहलडांगी में प्रस्तावित ठाकुरगंज बाईपास रोड संबंधी समस्याओं का स्थल निरीक्षण कर अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ठाकुरगंज बाईपास का निर्माण कार्य यथाशीघ्र शुरू कराएं। इस बाईपास के बन जाने से लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी। साथ ही आसपास के इलाकों से संपर्कता बढ़ेगी। प्रस्तावित ठाकुरगंज बाईपास की कुल लंबाई 4.01 किलोमीटर तथा चौड़ाई 10 मीटर है, जिसकी अनुमानित लागत राशि 41.30 करोड़ रुपये है। अधिकारियों ने 65.350 किलोमीटर लंबी पूर्णिया एवं किशनगंज जिला अंतर्गत राज्य उच्च पथ संख्या-99 (बायसी-बहादुरगंज-दिघल बैंक) पथ के चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य तथा प्रस्तावित असूरा-निश्नद्रा घाट पुल एवं पहुंच पथ निर्माण कार्य के संबंध में भी मुख्यमंत्री को साइट प्लान के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने विकासात्मक कार्यों का लिया जायजा
मुख्यमंत्री ने ग्राम कटहलडांगी (ठाकुरगंज) का भ्रमण कर विकासात्मक कार्यों का जायजा लिया तथा स्थानीय लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याओं से भी अवगत हुए। ग्राम कटहलडांगी में जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत निर्मित तालाब का मुख्यमंत्री ने निरीक्षण कर तालाब के चारों ओर सीढ़ीनुमा घाट बनाने का अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि तालाब के किनारे सीढ़ी घाट होने से लोगों को काफी सहूलियत होती है। ग्राम कटहलडांगी में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का मुख्यमंत्री ने अवलोकन कर योजनाओं के लाभुकों के बीच लाभ का वितरण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अभियान बसेरा-02 के अंतर्गत सुयोग्य श्रेणी के भूमिहीनों को वास हेतु सरकारी भूमि की बंदोबस्ती का प्रमाण पत्र, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री परित्यक्ता / तलाकशुदा महिला सहायता योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक उद्यमी योजना का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत नवनिर्मित आवासों की चाबी, सामुदायिक स्वच्छता परिसर की चाबी, मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण छत्र योजना अंतर्गत दिव्यांगजनों को बैटरी चलित ट्राई साइकिल की चाबी लाभुकों को प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से किशनगंज जिला अंतर्गत कई योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें 6 मवेशी आश्रय स्थल का उद्घाटन, पटेश्वरी पंचायत के वार्ड संख्या-5 में सार्वजनिक शौचालय का उद्घाटन, जीविका संगठन कार्यालय भवन का शिलान्यास, पटेश्वरी स्वागत द्वार-सह-पेवर ब्लॉक इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य का उद्घाटन, आंगनबाड़ी केंद्र भवन का शिलान्यास शामिल है।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का किया निरीक्षण
इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने मोतीहारा के हालामाला ग्राम पंचायत के वार्ड नंबर- 4 में आदर्श ग्राम पंचायत के मॉडल को देखा। इस आदर्श ग्राम पंचायत मॉडल के बनाए गए विभिन्न भवनों का शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने परिसर में बनाए गए खेल मैदान, सरोवर, अपशिष्ट प्रबंधन यूनिट का निरीक्षण किया। सरोवर के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत अच्छा बना है। इसके बगल में सीढ़ी बना दें ताकि लोग यहां घूम सकें। इसके बाद मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण किया। स्वयं सहायता समूह के स्टॉल का निरीक्षण के दौरान जीविका दीदियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में जब हम लोगों को बिहार में काम करने का मौका मिला तो हमने देखा कि यहां स्वयं सहायता समूहों की संख्या नाम मात्र की है। हम लोगों ने विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ानी शुरू की। हमने ही स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं का नाम 'जीविका दीदी' दिया, जिससे प्रेरित होकर तत्कालीन केंद्र सरकार ने इसका नाम 'आजीविका' किया। इससे बिहार की महिलाओं की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार आया है। स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। उनका पहनावा और बोलचाल भी काफी अच्छा हो गया है। वे लोगों से बेहिचक होकर बातें करने लगी हैं। मैं आप सभी जीविका दीदियों को बेहतर कार्य करने के लिए बधाई देता हूं।
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, उद्योग विभाग, समेकित बाल विकास परियोजना, कृषि विभाग, परिवहन विभाग के स्टॉलों का भी निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जीविकोपार्जन हेतु 11 हजार 486 स्वयं सहायता समूहों को 137 करोड़ रुपये, 2305 स्वयं सहायता समूहों को 14 करोड़ 33 लाख रुपये और 305 स्वयं सहायता समूहों को 5 करोड़ 40 लाख रुपये का सांकेतिक चेक जीविका दीदियों को प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री चौर विकास योजना के तहत लाभार्थी को 4 लाख रुपये का चेक प्रदान किया। मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना के लाभार्थियों को गाड़ी की चाबी भी प्रदान की। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने गोवर्द्धन प्लांट का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। उद्घाटन करने के पश्चात् मुख्यमंत्री ने प्लांट का निरीक्षण किया और वहां की कार्य पद्धति की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों को स्वच्छता की चाबी सौंपी। चौर विकास योजना के तहत जीविकोपार्जन हेतु जीविका दीदियों को उपलब्ध कराए गए चाय के बागान का भी मुख्यमंत्री ने जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने महेशबथना स्थित जिला आपातकालीन प्रतिक्रिया सुविधा-सह-प्रशिक्षण केंद्र का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने इस केंद्र का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्था और कार्य पद्धति की जानकारी ली। इस आपातकालीन केंद्र परिसर से ही मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से किशनगंज जिला की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने कोचाधामन के डेरामारी अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं एवं छात्रों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने छात्रों द्वारा तैयार किए गए शैक्षणिक कार्यों से संबंधित विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया और छात्रों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने छात्रों से कहा कि खूब मन लगाकर पढ़ें और अच्छे से रहें। मुख्यमंत्री ने अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय के आवासीय परिसर एवं शैक्षणिक परिसर के बीच 318.58 लाख रुपये की लागत से फुटओवर ब्रिज के निर्माण कार्य का शिलापट्ट अनावरण कर शिलान्यास किया।