Edited By Ramanjot, Updated: 23 Jun, 2024 10:24 AM

धीरेंद्र झा ने कहा कि लाखों नौजवानों के सपनों के साथ खिलवाड़ हुआ है, मोदी सरकार को जवाबदेही लेते हुए एनटीए को तत्काल भंग करनी चाहिए और इसकी विस्तृत जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दलित-वंचितों को यह बात समझनी होगी कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)...
दरभंगा: भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) पोलित ब्यूरो के सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि नीट और नेट परीक्षा में धांधली मोदी सरकार के देश के युवाओं के सपने के साथ बड़ा विश्वासघात है। माले नेता झा ने पार्टी कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केंद्र द्वारा गठित एनटीए के द्वारा नीट और नेट परीक्षा ली गई जिसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुए।
"लाखों नौजवानों के सपनों के साथ हुआ खिलवाड़"
धीरेंद्र झा ने कहा कि लाखों नौजवानों के सपनों के साथ खिलवाड़ हुआ है, मोदी सरकार को जवाबदेही लेते हुए एनटीए को तत्काल भंग करनी चाहिए और इसकी विस्तृत जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दलित-वंचितों को यह बात समझनी होगी कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आरक्षण विरोधी पार्टी है। महागठबंधन सरकार द्वारा कराए गए जाति गणना और सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण के आधार पर दलित-वंचितों के आरक्षण के दायरे का विस्तार हुआ था। नीतीश जी का अपहरण करके भाजपा ने दलित-वंचितों को हासिल अधिकार को भी छीन लिया।
मिथिलांचल के लोकसभा चुनाव परिणाम पर पूछे गए सवाल पर माले नेता ने कहा कि परिणाम आशा के विपरीत हैं। इंडिया गठबंधन को इस पर गंभीर आत्ममंथन करना होगा। दक्षिण बिहार में भाकपा माले के दलित-गरीबों के आंदोलन के साथ जब राजद के सामाजिक आधार की एकजुटता होती है, तो वह बड़ी ताकत बन जाती है। यही कारण है कि इंडिया एलायंस उस इलाके में सात सीटें, चार राजद, दो माले और एक कांग्रेस जीत जाता है। उत्तर बिहार में दलित-गरीबों को सामने लाकर भाजपा-आरएसएस के तिकड़म को तोड़ा जा सकता है।अब यह तय है कि भाकपा माले के संघर्ष संगठन के मोड से ही भाजपा की चौतरफा घेराबंदी हो सकती है।