Edited By Ramanjot, Updated: 18 Dec, 2025 11:13 AM

Bihar Panchayat Election 2026: राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, 2026 से पहले होने वाले चुनाव में सभी पदों पर नए सिरे से आरक्षण लागू होगा। नियम के अनुसार पंचायत चुनाव में हर दो चुनाव के बाद आरक्षण बदला जाता है। आयोग ने बताया कि मुखिया, सरपंच, पंचायत...
Bihar Panchayat Election 2026: बिहार में पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election 2026) दिसंबर 2026 से पहले कराए जाएंगे। दरअसल, राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव को लेकर सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों के बीच स्थिति पूरी तरह स्पष्ट कर दी है। आयोग ने साफ कहा है कि राज्य में पंचायतों के आम टालने को लेकर चल रही खबरें पूरी तरह भ्रामक हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, इस बार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election 2026) मल्टी पोस्ट EVM के माध्यम से कराए जाएंगे, जिससे चुनाव प्रक्रिया अधिक पारदर्शी, तेज और सुरक्षित होगी। आयोग ने बताया कि चुनाव की सभी तैयारियां तय समय पर पूरी की जाएंगी।
Panchayat Election 2026: आरक्षण प्रक्रिया होगी पूरी तरह नई
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, 2026 से पहले होने वाले चुनाव में सभी पदों पर नए सिरे से आरक्षण लागू होगा। नियम के अनुसार पंचायत चुनाव में हर दो चुनाव के बाद आरक्षण बदला जाता है। आयोग ने बताया कि मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य और जिला परिषद सदस्य पदों के लिए आरक्षण निर्धारण की प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जाएगी।
संविधान के तहत होगा आरक्षण ।। Reservation
आयोग ने कहा कि आरक्षण प्रक्रिया पूरी तरह संविधान और पंचायत अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार होगी। इसमें: अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC), पिछड़ा वर्ग (BC), महिला आरक्षण के सभी नियमों का पालन किया जाएगा। आयोग ने साफ किया कि किसी भी पंचायत या पद को लेकर कोई असमंजस नहीं है।
सोशल मीडिया अफवाहों पर सख्त रुख ।। Bihar State Election Commission
आरक्षण को लेकर फैल रही अफवाहों पर आयोग ने सख्त रुख अपनाया है। आयोग ने चेतावनी दी है कि गलत सूचना फैलाने वालों पर कार्रवाई की जा सकती है। इसके साथ ही आयोग ने लोगों से केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करने की अपील की है।
आरक्षण के बाद होगी चुनाव कार्यक्रम की घोषणा ।। Bihar Panchayat Election Date
राज्य निर्वाचन आयोग ने कहा कि आरक्षण प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही पंचायत चुनाव की तारीखों और कार्यक्रम की औपचारिक घोषणा की जाएगी। आयोग ने दोहराया कि पंचायत चुनाव लोकतंत्र की बुनियाद हैं और इन्हें निष्पक्ष, समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से कराना उसकी प्राथमिकता है।