Edited By Ramanjot, Updated: 21 Jun, 2025 05:52 PM

बिहार सरकार के उद्योग विभाग के अंतर्गत आने वाले उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान ने राज्य के युवाओं और युवतियों के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है।
पटना:बिहार सरकार के उद्योग विभाग के अंतर्गत आने वाले उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान ने राज्य के युवाओं और युवतियों के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है। संस्थान की ओर से जुलाई से सितंबर तक चलने वाले तीन माह के निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।
इस योजना के तहत 18 विभिन्न हस्तशिल्पों में कुल 400 प्रशिक्षुओं को चयनित किया जाएगा। चयनित प्रतिभागियों को 1000 रुपए मासिक छात्रवृत्ति तथा प्रशिक्षण किट भी प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही पटना नगर निगम के बाहर से आने वाली 110 महिलाओं के लिए 1500 रुपए की राशि अलग से दी जाएगी ।
इसी प्रकार पटना नगर निगम क्षेत्र से बाहर के पुरुष प्रशिक्षणार्थियों को आवासीय एवं भोजन आदि के लिए उपस्थिति के आधार पर प्रतिमाह 2000 रुपए की राशि दी जाएगी ।
प्रशिक्षण की प्रमुख शाखाओं में मधुबनी पेंटिंग, टिकुली पेंटिंग, मंजूषा पेंटिंग, टेराकोटा, अप्लिक कशीदाकारी, ब्लॉक प्रिंटिंग, सहित 18 कोर्स शामिल हैं। प्रशिक्षण पूरी तरह निःशुल्क होगा और बाहर से आने वाले छात्रों को छात्रावास की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
चयन के लिए प्रवेश परीक्षा/साक्षात्कार 23 जून को सुबह 11:00 बजे संस्थान परिसर, पटना में आयोजित होगा। इच्छुक अभ्यर्थी www.umsas.org.in वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।