Edited By Ramanjot, Updated: 08 Mar, 2025 04:21 PM

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्वी कमान के उच्च अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल आरसी तिवारी शामिल हुए। इस दौरान उनके साथ गया ओटीए के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल सुकृति सिंह दहिया भी मौजूद थे, जहां अधिकारियों के द्वारा परेड की सलामी ली गई। वहीं...
Gaya News: बिहार में गया शहर के गया-बोधगया मुख्य सड़क मार्ग पर पहाड़पुर गांव के समीप स्थित ऑफिसर्स ट्रेंनिंग अकादमी (OTA) के प्रांगण में आज 26वीं भव्य पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade) का आयोजन किया गया। इस दौरान कुल 161 जेंटलमैन कैडेट्स पास आउट हुए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्वी कमान के उच्च अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल आरसी तिवारी शामिल हुए। इस दौरान उनके साथ गया ओटीए के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल सुकृति सिंह दहिया भी मौजूद थे, जहां अधिकारियों के द्वारा परेड की सलामी ली गई। वहीं जेंटलमैन कैडेट्स के द्वारा आकर्षक परेड की प्रस्तुति की गई। वही पिपिंग सेरेमनी का भी आयोजन किया गया, जहां अभिभावकों ने सैन्य अधिकारी बने अपने बच्चों के कंधे पर मेडल लगाया। इस दौरान खुशी से उनकी आंखें भर आई, वहीं पिपिंग सेरेमनी के दौरान जेंटलमैन कैडेट्स ने भी एक-दूसरे को गले लगाकर बधाई दी। पास आउट हुए 161 जेंटलमैन कैडेट्स अब भारतीय सेना का हिस्सा बन चुके हैं। अब ये विभिन्न सैन्य संस्थानों में प्रशिक्षण प्राप्त कर देश को अपनी सेवा देंगे।
जवानों ने किया आकर्षक परेड मार्च
कार्यक्रम को संबोधित करते आरसी तिवारी ने कहा कि आज का दिन बहुत ही गौरव का दिन है। परेड की सलामी लेकर हमें काफी खुशी महसूस हुई है। जवानों ने आकर्षक परेड मार्च किया है। अंतिम बाधा पर पग रखकर अब आप सैन्य अधिकारी बन चुके हैं। साहस, समर्पण और अनुशासन आपके जीवन में होना चाहिए। अनुशासन सबसे ज्यादा जवानों के लिए मायने रखता है। हम आपके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं। किसी भी स्थिति में आप देश के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। आप लोगों पर देश को नाज है. देश की एकता और अखंडता के लिए आपका जीवन समर्पित होना चाहिए, ऐसी हम कामना करते हैं।
इस दिन के लिए हमने काफी मेहनत किया: प्रवीण शर्मा
वही सैन्य अधिकारी बने जेंटलमैन कैडेट्स प्रवीण शर्मा ने कहा कि आज बेहद खुशी महसूस हो रही है। इस दिन के लिए हमने काफी मेहनत किया था। माता-पिता का भी बहुत सहयोग मिला यहां के प्रशिक्षकों के द्वारा काफी कुछ बताया गया, जिसके बाद यह सफलता हाथ लगी है। देश की सेवा करना हमारी प्राथमिकता होगी।