Edited By Ramanjot, Updated: 07 Aug, 2025 07:56 PM

राज्य सरकार जन्मजात हृदय रोगी बच्चों के निःशुल्क इलाज के लिए मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना चला रही है। इस योजना के तहत पिछले चार वर्षों में 2,285 जन्म से 18 वर्ष तक के हृदय रोगी बच्चों को लाभ मिला है|
पटना:राज्य सरकार जन्मजात हृदय रोगी बच्चों के निःशुल्क इलाज के लिए मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना चला रही है। इस योजना के तहत पिछले चार वर्षों में 2,285 जन्म से 18 वर्ष तक के हृदय रोगी बच्चों को लाभ मिला है| इनमें से 1,543 बच्चों की सर्जरी अहमदाबाद के श्री सत्य साईं हार्ट हॉस्पिटल और 742 बच्चों की सर्जरी पटना के जयप्रभा मेदांता, इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) और इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (आईजीआईसी) में सफलतापूर्वक की गई।
योजना के लिए जरुरी दस्तावेज
इस योजना का लाभ लेने के लिए बच्चे का आधार कार्ड या जन्म प्रमाण पत्र, बच्चे की दो पासपोर्ट साइज फोटो और माता-पिता का बिहार का निवासी होना अनिवार्य है।
हृदय रोगी के प्रमुख लक्षण
माता-पिता यदि बच्चे में सांस फूलना या तेज धड़कन, अत्यधिक रोना, शरीर, होठों या जीभ का नीला पड़ना, बच्चे का वजन न बढ़ना, रुक-रुक कर दूध पीना, अत्यधिक थकावट और पैर, पेट या आंखों के आसपास सूजन इस बिमारी के प्रमुख लक्षण हैं। यदि बच्चे में ये लक्षण दिखें, तो तुरंत नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र(पीएचसी) या जिला स्वास्थ्य समिति में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम(आरबीएसके) के जिला समन्वयक से सम्पर्क करें।