Edited By Ramanjot, Updated: 18 Jun, 2025 10:05 PM

बिहार राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान प्रक्रिया को और अधिक सुलभ, सुरक्षित और स्मार्ट बनाने के लिए ई-वोटिंग की दिशा में बड़ा कदम उठाया है।
पटना: बिहार राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान प्रक्रिया को और अधिक सुलभ, सुरक्षित और स्मार्ट बनाने के लिए ई-वोटिंग की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इस डिजिटल नवाचार के माध्यम से अब विशेष रूप से दिव्यांगजनों, वरिष्ठ नागरिकों और प्रवासी मतदाताओं को अपने घर से ही मतदान करने का अवसर मिलेगा।
राज्य निर्वाचन आयुक्त दीपक प्रसाद ने बताया कि आयोग का उद्देश्य एक ऐसी मतदान व्यवस्था तैयार करना है जो पूरी तरह से स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी हो और जिसमें हर नागरिक को समान रूप से मतदान का अधिकार मिल सके।
ई-वोटिंग: तकनीक के सहारे लोकतंत्र को सशक्त बनाने की पहल
आगामी नगर पालिका आम उप निर्वाचन 2025 में ई-वोटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाएगा। निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि जिन मतदाताओं को स्वास्थ्य या अन्य शारीरिक कारणों से मतदान केंद्र पर जाना संभव नहीं होता, उनके लिए यह सिस्टम बेहद मददगार साबित होगा।
ई-वोटिंग के लिए मतदाताओं को सबसे पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा और इसके बाद सुरक्षा के लिए अपनी डिजिटल सहमति देनी होगी। प्रक्रिया के दौरान मतदाता की पहचान और जीवित उपस्थिति की पुष्टि एआई-बेस्ड तकनीक से की जाती है, जिसमें पुराने फोटो को नए सेल्फी इमेज से मिलान कर सत्यापन होता है।
एआई तकनीक से फोटो मिलान और फुल डिजिटल पारदर्शिता
दीपक प्रसाद ने बताया कि पुराने 20-25 साल पुराने फोटो भी एआई टेक्नोलॉजी की मदद से आसानी से मैच किए जा सकते हैं। पूरी ई-वोटिंग प्रक्रिया डिजिटल और पारदर्शी होगी। बूथ कैप्चरिंग जैसे मुद्दों को अब भुला देना चाहिए क्योंकि आज की तकनीक में यह संभव ही नहीं। काउंटिंग की प्रक्रिया भी पूरी तरह ट्रांसपेरेंट और सुरक्षित रहेगी।