Edited By Ramanjot, Updated: 04 Jun, 2025 06:50 PM

अपर मुख्य सचिव, खेल विभाग, बिहार द्वारा आज राज्य के सभी जिलों में खेल अधोसंरचना की प्रगति की गहन समीक्षा की गई। बैठक में जिला खेल पदाधिकारीगण वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़े और विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
पटना: अपर मुख्य सचिव, खेल विभाग, बिहार द्वारा आज राज्य के सभी जिलों में खेल अधोसंरचना की प्रगति की गहन समीक्षा की गई। बैठक में जिला खेल पदाधिकारीगण वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़े और विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बी. पी. सिन्हा राजकीय शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय का पूर्ण रूप से नवीनीकरण किया जाएगा। इसे एक आधुनिक खेल केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें खो-खो, बैडमिंटन, कबड्डी, वॉलीबॉल, बास्केटबॉल सहित कई आउटडोर खेलों की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यह परियोजना राज्य के खेल विकास में एक मील का पत्थर साबित होगी।
खेल क्लब के अध्यक्ष, सचिव एवं कोषाध्यक्ष पद हेतु चुनाव की प्रक्रिया शीघ्र ही प्रारंभ की जाएगी। अब तक ग्राम पंचायत एवं नगर पंचायत स्तर से कुल 20,962 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। खेल क्लब का उद्देश्य ब्लॉक एवं पंचायत स्तर पर निर्मित नवीन खेल अधोसंरचना में खेल गतिविधियों को सक्रिय करना है, जिससे युवाओं को खेल के क्षेत्र में अधिक अवसर मिल सकें।
बिहार सरकार ने अब तक 534 प्रखंडों में से 252 प्रखंडों में आउटडोर स्टेडियमों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया है, जो अब उपयोग के लिए उपलब्ध हैं। 122 प्रखंडों में स्टेडियम निर्माण कार्य अंतिम चरण में है, जबकि 160 में कार्य प्रगति पर है। हाल ही में 68 नए प्रखंड स्तरीय आउटडोर स्टेडियमों को प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है। इन स्टेडियमों के सक्रिय उपयोग के लिए जिला खेल पदाधिकारियों को स्थानीय विद्यालयों और नागरिक समाज के साथ समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के युवाओं को खेल के लिए बेहतर अवसर मिल सकें।
राज्य के 4976 पंचायतों में प्रस्तावित 5733 पंचायत स्तरीय खेल मैदानों का निर्माण ग्रामीण विकास विभाग द्वारा किया जा रहा है, जिनमें से 3221 खेल मैदान अब तक तैयार हो चुके हैं। इसके अलावा, 13 जिलों में खेल भवन सह व्यायामशाला का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जबकि 25 जिलों में अत्याधुनिक खेल भवन सह व्यायामशाला पहले से उपलब्ध हैं।