Edited By Imran, Updated: 19 Apr, 2025 03:14 PM

बिहार के भागलपुर के बुद्धूचक थाना क्षेत्र से एक शर्मनाक और चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है। थाना से महज सौ मीटर की दूरी पर रातभर अश्लील डांस का आयोजन होता रहा और उसे देखने के लिए कोई आम आदमी नहीं, बल्कि पुलिस बर्दी में मौजूद बुद्धूचक थाना के दो एसआई...
भागलरपुर (अंजनी कुमार कश्यप ): बिहार के भागलपुर के बुद्धूचक थाना क्षेत्र से एक शर्मनाक और चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है। थाना से महज सौ मीटर की दूरी पर रातभर अश्लील डांस का आयोजन होता रहा और उसे देखने के लिए कोई आम आदमी नहीं, बल्कि पुलिस बर्दी में मौजूद बुद्धूचक थाना के दो एसआई खुद स्टेज पर बैठकर न केवल डांस देखते, बल्कि उसका वीडियो बनाते भी नजर आए।
वायरल वीडियो में दिखाई दे रहे पदाधिकारी
वीडियो में जो चेहरे नजर आए, उनमें एसआई हरदय नायक साह और चंद्रशेखर साहनी के साथ-साथ गोघट्टा पंचायत के मुखिया लालू प्रसाद भी मंच पर मौजूद थे। एक ओर जहां प्रशासन अश्लीलता पर रोक लगाने की बात करता है, वहीं दूसरी ओर कानून के रक्षक खुद जब नियम तोड़ते दिखते हैं तो सवाल उठते हैं – क्या अब अश्लीलता को भी 'सांस्कृतिक कार्यक्रम' कहा जाएगा?

एक ही दिन, दो कार्यक्रम – दोनों में बार बालाओं का डांस:
पहला कार्यक्रम बुद्धूचक मध्य विद्यालय के प्रांगण में शिशु नाट्यकला परिषद के नाम पर हुआ। दूसरा कार्यक्रम उसी दिन ग्रामीणों द्वारा बुद्धूचक गांव में कराया गया, जहां पूरी रात बार बालाओं का अश्लील डांस होता रहा।
प्रशासन की चुप्पी या मूक सहमति?
जब इस बारे में बुद्धूचक थानाध्यक्ष मुकेश कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा –“विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस मौजूद थी, मानवीय भूलवश पदाधिकारी मंच पर बैठ गए होंगे।” वहीं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नितेश्वर पांडेय ने कहा – “मामला मेरे संज्ञान में नहीं है, लेकिन जांच अवश्य कराई जाएगी।”
चैनल की स्थिति –
हमारा चैनल इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता, लेकिन सवाल जरूर उठाता है – क्या वर्दी की गरिमा को बचाए रखना अब जिम्मेदारी नहीं रही? क्या 'सांस्कृतिक कार्यक्रम' की आड़ में खुलेआम अश्लीलता को बढ़ावा देना बर्दाश्त किया जाना चाहिए?