Edited By Harman, Updated: 03 Jan, 2025 09:09 AM
प्रशांत किशोर ने हाल में आयोजित बिहार लोक सेवा आयोग की एक परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार शाम से यहां गांधी मैदान में महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे आमरण अनशन बैठे है। वहीं अब पटना जिला प्रशासन ने प्रशांत किशोर को नोटिस जारी किया...
पटना: प्रशांत किशोर ने हाल में आयोजित बिहार लोक सेवा आयोग की एक परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार शाम से यहां गांधी मैदान में महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे आमरण अनशन बैठे है। वहीं अब पटना जिला प्रशासन ने प्रशांत किशोर को नोटिस जारी किया है। नोटिस में प्रशांत किशोर को गांधी मैदान खाली करने को कहा गया है।
नोटिस में क्या कहा
पटना जिला प्रशासन ने एक नोटिस जारी करते हुए कहा,‘‘प्राप्त सूचनानुसार जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर द्वारा अपने लगभग 150 कार्यकर्ताओं के साथ यहां गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के समीप पांच-सूत्री मांगों को लेकर धरना दिया जा रहा है।'' बयान में कहा गया है,‘‘पटना उच्च न्यायालय के आदेशानुसार पटना ज़िला प्रशासन द्वारा धरना-प्रदर्शन के लिए गर्दनीबाग में स्थल चिन्हित किया गया है। विगत लगभग सात वर्षों से सभी राजनीतिक दल अपनी मांगों को लेकर उसी चिन्हित स्थल पर धरना-प्रदर्शन आयोजित करते हैं।'' बयान में कहा गया है,‘‘प्रशांत किशोर द्वारा बिना अनुमति के प्रतिबंधित एवं अनधिकृत स्थल पर धरना देना ग़ैर-क़ानूनी एवं स्थापित परंपरा के विपरीत है। इसके लिए उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए उन्हें नोटिस दिया जा रहा है तथा धरना कार्यक्रम को निर्धारित स्थल गर्दनीबाग में स्थानांतरित करने को कहा जा रहा है, अन्यथा आगे विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी।''
पीके का बयान
बता दें कि पीके ने यह घोषणा करते हुए कहा, "मेरी प्राथमिक मांग 13 दिसंबर को आयोजित परीक्षा को रद्द करवाकर एक नई परीक्षा आयोजित करवाना है। मैंने यह भी सुना है कि परीक्षा द्वारा भरे जाने वाले पदों को वस्तुतः खरीद-फरोख्त के लिए रखा गया था। ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।" इस अवसर पर किशोर के साथ कई समर्थक भी थे।
पप्पू यादव की 3 जनवरी को रेल सड़क बंद की घोषणा
गौरतलब है कि बीपीएससी के मुद्दे पर पूर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने तीन जनवरी को रेल और और राष्ट्रीय राजमार्ग रोको अभियान की घोषणा की है। भाकपा माले लिबरेशन ने भी घोषणा की कि उसकी छात्र ईकाई आइसा, समान विचारधारा वाले संगठनों के साथ मिलकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास के सामने प्रदर्शन करेगी ताकि "नीतीश कुमार को इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ने के लिए मजबूर किया जा सके।" वामपंथी पार्टी ने कहा, "बिहार भर से हजारों युवक और युवतियां विरोध प्रदर्शन के लिए पटना में एकत्र होंगे। सरकार को परीक्षा रद्द करनी होगी और नए सिरे से परीक्षा का आदेश देना होगा, साथ ही दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी।"
गर्दनीबाग में धरने पर बैठे उम्मीदवारों का बयान
वहीं, युवा कांग्रेस की राज्य इकाई ने भी बीपीएससी अभ्यार्थियों की मांग के समर्थन में शुक्रवार को यहां पार्टी के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम से एक किलोमीटर दूर स्थित प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की समाधि तक "मशाल जुलूस" निकालने की घोषणा की है। यहां गर्दनीबाग में धरने पर बैठे उम्मीदवारों ने कहा, "सभी का समर्थन स्वागत योग्य है, चाहे वह प्रशांत किशोर, पप्पू यादव या किसी अन्य राजनीतिक दल से हो। हालांकि, हमारा संकल्प इस लड़ाई को तार्किक निष्कर्ष तक ले जाने का है, भले ही कोई हमारा समर्थन न करे। अगर जरूरत पड़ी तो हम न्यायपालिका का दरवाजा भी खटखटाएंगे।"