Edited By Harman, Updated: 18 Mar, 2025 10:10 AM

जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि लोकतंत्र में जनता को हर पांच साल में अपना प्रतिनिधि चुनने का मौका मिलता है इसलिए जनता को भी अपने प्रतिनिधि पर सिर्फ पांच साल तक भरोसा करना चाहिए।
Prashant Kishore: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि लोकतंत्र में जनता को हर पांच साल में अपना प्रतिनिधि चुनने का मौका मिलता है इसलिए जनता को भी अपने प्रतिनिधि पर सिर्फ पांच साल तक भरोसा करना चाहिए।
प्रशांत किशोर ने सोमवार को कहा कि लोगों को नेताओं पर सिर्फ पांच साल तक भरोसा करना चाहिये। उन्होंने कहा कि 35 साल तक किसी के बंधुआ मजदूर बनकर वोट नहीं देना चाहिए। उन्होंने दक्षिण के राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि देश की जीडीपी में एक तिहाई योगदान देने वाले पांच दक्षिणी राज्य विकास के कई मानकों पर देश के अग्रणी राज्यों में गिने जाते हैं। सबसे ज्यादा विकास इन्हीं राज्यों में हुआ है, फिर भी सरकारें सबसे ज्यादा वहीं बदली हैं, कोई भी मुख्यमंत्री लगातार दस साल से ज्यादा सत्ता में नहीं रहा। ऐसा इसलिए क्योंकि जो सरकार में चुनकर आता है, उसे डर रहता है कि यदि उसने काम नहीं किया तो जनता उसे हटा देगी।
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में पाटिर्यों और नेताओं को लोगों का कोई डर नहीं है और वे मुफ्त में वोट लेने के आदि हो गए हैं। इसलिए व्यवस्था परिवर्तन के लिए नेताओं की पारदर्शिता बहुत जरूरी है।