Edited By Harman, Updated: 06 Jan, 2025 08:50 AM
2 जनवरी से गांधी मैदान में आमरण अनशन बैठे प्रशांत किशोर को पुलिस जबरन उठा लिया। पुलिस उन्हें धरना स्थल से जबरन उठाकर एम्स ले गई है। पुलिस की ये कार्रवाई सोमवार तड़के सुबह साढ़े तीन से चार बजे के बीच हुई जब पीके को गांधी मैदान से जबरन हटाया गया। वहीं...
पटना: BPSC की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर और कुछ प्रदर्शनकारियों को पटना पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। साथ ही पटना पुलिस ने उस जगह को भी खाली करा लिया है, जहां प्रशांत किशोर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे थे। पुलिस टीम प्रशांत किशोर को एंबुलेंस से एम्स ले गई है। इसी दौरान पटना पुलिस और जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर के समर्थकों के बीच झड़प हो गई है।
बता दें कि पुलिस जब पीके को यहां से लेकर निकली तो अस्पताल के बाहर काफी संख्या में लोग जमा थे। समर्थक एंबुलेंस के सामने लेट गए थे। और पुलिस ने उन्हें यहां से हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। पीके के समर्थकों का आरोप है कि पुलिस ने फिर से लाठीचार्ज किया है। जबकि पुलिस और प्रशासन का कहना है कि गांधी मैदान से पीके को हटने के लिए पहले ही नोटिस दिया जा चुका था, इसीलिए उन्हें यहां से हटाना जरूरी था।
जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर के एक समर्थक ने कहा, "प्रशांत किशोर बिहार के लोगों के लिए, छात्रों के लिए लड़ रहे थे। सरकार इस एकता से डरती है। उनके खिलाफ शारीरिक हिंसा निंदनीय है। हमें नहीं पता कि उन्हें कहां ले जाया गया है। हम पूछ रहे हैं लेकिन कोई हमें नहीं बता रहा है कि उन्हें कहां ले जाया गया है।"