Edited By Harman, Updated: 03 Jan, 2025 04:39 PM
बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं BPSC पीटी परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। शुक्रवार को पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने पूरे राज्य में हाईवे और रेलवे ट्रैक पर चक्का जाम करने का एलान किया है। उनके आह्वान पर समर्थकों ने सचिवालय...
पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) को रद्द करने, मृत छात्र को पांच करोड़ का मुआवजा और पुलिस लाठीचार्ज के दोषियों को सजा देने की मांग को लेकर सांसद पप्पू यादव के बिहार बंद के आह्वान पर आज उनके समर्थकों ने ट्रेन और बसों को रोककर प्रदर्शन किया। बिहार के 12 जिलों पटना, रोहतास, भोजपुर, सुपौल, किशनगंज , मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, लखीसराय, औरंगाबाद, भागलपुर और अररिया में राष्ट्रीय राजमार्ग एवं राजकीय राजमार्ग को जाम किया है। वहीं विपक्षी दलों के छात्र संगठन मुख्यमंत्री (सीएम) आवास को घेरने निकले तथा जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं।
पीके का 5 मांगों के साथ अमरण अनशन जारी
जनसुराज के सोशल मीडिया अकाउंट "एक्स" पर पोस्ट किया है। पोस्ट में लिखा गया है कि 5 मांगों के साथ दूसरे दिन का आमरण अनशन जारी है। जिसमें जनसुराज द्वारा ये पांच मांगे बताई गई हैं:
1. 70वीं बीपीएससी परीक्षा में हुई अनियमितता और भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच और पुनर्परीक्षा कराई जाए।
2. 2015 में 7 निश्चय के तहत किए वादे के अनुसार 18 से 35 साल के हर बेरोजगार युवा को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।
3. पिछले 10 वर्षों में प्रतियोगी परीक्षाओं में हुई अनियमितताओं और पेपर लीक की जांच एवं दोषियों पर की गई कार्रवाई पर श्वेत पत्र जारी किया जाए।
4. लोकतंत्र की जननी बिहार को लाठीतंत्र बनाने वाले दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।
5. बिहार की सरकारी नौकरियों में बिहार के युवाओं की कम से कम दो तिहाई हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए डोमिसाइल नीति लागू की जाए।
डाक बंगला चौराहे पर जुटे छात्र
इस प्रदर्शन में वामपंथी छात्र संगठन के कार्यकर्ता, वामपंथी दलों के विधायक भी सड़कों पर उतर आए हैं। प्रदर्शन कर रहे लेफ्ट छात्र संगठनों को पुलिस ने जे पी गोलंबर के पास रोका।वहीं बैरिकेडिंग तोड़ डाक बंगला चौराहे पर छात्र जुट गए हैं।
- बिहार के पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव के समर्थकों ने BPSC अभ्यर्थियों के समर्थन में अररिया में सड़क जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी 70वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा की पुनः परीक्षा की मांग कर रहे हैं।
- प्रशासन की मुस्तैदी से कैमूर में नहीं जाम हो सका रेल चक्का
प्रशासन की मुस्तैदी से कैमूर जिले के भभुआ और मोहनिया शहर में रेल चक्का जाम नहीं हो सका। बिहार में 70 वीं बीएपीएससी परीक्षा के री-एग्जाम की मांग को लेकर पप्पू यादव के आह्वान पर उनके सैकड़ों समर्थक भभुआ रोड रेलवे स्टेशन पहुंच गए। वहां पर रेल चक्का जाम करने का प्रयास किया लेकिन रेलवे स्टेशन पर पहले से मौजूद आरपीएफ, जीआरपी और मोहनिया डीएसपी प्रदीप कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल ने इन समर्थकों को रेल चक्का जाम करने नहीं दिया। फिर यह लोग वहां से उठकर जीटी रोड जाम करने पहुंचे। मोहनिया शहर के जीटी रोड पर बैठकर सड़क को जाम कर दिया। लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी से इनको कुछ देर के बाद ही हटा दिया गया।
पप्पू यादव का सचिवालय हॉल्ट से आयकर गोलंबर तक पैदल मार्च
पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और उनके समर्थकों ने BPSC के खिलाफ छात्रों के विरोध प्रदर्शन के समर्थन में पटना सचिवालय से पैदल यात्रा की। उन्होंने सचिवालय हॉल्ट से आयकर गोलंबर तक पैदल मार्च किया। इससे पहले यादव ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि वह बीपीएससी छात्रों के लिए लाठी-गोली खाने की तैयार हैं। सदन से सड़क तक बीपीएससी छात्रों की लड़ाई लड़ेंगे। वह बीपीएससी की दुबारा परीक्षा कराने को लेकर में उच्चतम न्यायालय तक जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी वरिष्ठ अधिवक्ता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल से बात हुई है। पेपर लीक आज के समय का सबसे बड़ा मुद्दा हैं।
- पटना बख्तियारपुर नेशनल हाइवे दिदारगंज टॉल प्लाजा के पास सरकार और BPSC के खिलाफ जमकर प्रदर्शन पप्पू यादव के समर्थकों ने मुख्य सड़क को पूरी तरह बंद कर दिया। सड़क पर आगजनी की।
- भागलपुर में जिला प्रशासन अलर्ट
बीपीएससी छात्रों पर लाठीचार्ज के विरोध में आज बिहार में चक्का जाम को लेकर भागलपुर जिला प्रशासन ने जिले के 13 जगहों पर सड़क मार्ग NH जाम किए जाने की संभावना को लेकर मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्त पुलिस बल और मजिस्ट्रेट को प्रमुख चौक और चौराहे पर तैनात किया है।
- मधेपुरा में भी जोरदार विरोध प्रदर्शन
मधेपुरा में भी युवा शक्ति के कार्यकर्ताओं ने पुरानी बस स्टैंड चौक पर सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। सड़क पर प्रदर्शन के बाद मधेपुरा स्टेशन पर हाटेबजारे ट्रेन को करीब 10 मिनट रोका। विरोध प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने कहा जब तक सरकार बीपीएससी का दुबारा परीक्षा का आयोजन नहीं करवाती है, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
- पत्रकारों को संबोधित करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि "पेपर कब तक लीक होंगे? पप्पू यादव का बयान कब तब बच्चों की आने वाली जिंदगी नरक होगी? ये लड़ाई केवल BPSC को लेकर नहीं है ये बच्चों के भविष्य की लड़ाई है। 13 करोड़ जनता की जिंदगी को राजनेता, कोचिंग माफिया और पदाधिकारी मिलकर खत्म कर चुके हैं। कल हम नए राज्यपाल से भी मिलेंगे।"
- पूर्णिया में भी विरोध प्रदर्शन
पूर्णिया में भी BPSC अभ्यर्थियों के समर्थन में छात्र युवा शक्ति के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर गए हैं । कार्यकर्ता लोगों से अपने दुकानें, प्रतिष्ठानों को बन्द करने की अपील कर रहें हैं । बन्द समर्थक सरकार से BPSC के री एक्जाम की माँग कर रहे हैं । बन्द के कारण सड़कों पर ट्रक ,बस और चार पहिया वाहनों के चक्के थम गए हैं। अभी तक कहीं से भी कोई तोड़फोड़ या उपद्रव की खबर नही है।
प्रशांत किशोर का आमरण अनशन दूसरे दिन भी जारी
बता दें कि जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर BPSC की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर गांधी मैदान में दूसरे दिन भी आमरण अनशन पर बैठे हैं। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा, "हम अपना काम कर रहे हैं सरकार को अपना काम करने दीजिए। अनशन जारी रहेगा। मेरे पास कोई उठाने नहीं आया है जब उठाने आएगा तो देखा जाएगा... मैं पिछले ढाई साल से बिहार में काम कर रहा हूं, अगर मैं राजनीति नहीं करूंगा तो क्या करूंगा? अगर आप किसी को पीटते हैं और मैं उनके समर्थन में यहां बैठा हूं - और फिर आप इसे राजनीति कहते हैं, तो मैं राजनीति कर रहा हूं। नीतीश कुमार काम नहीं करना चाहते हैं, वे केवल सत्ता में रहना चाहते हैं और यही कारण है कि उन्होंने कोविड के समय में बिहार के लोगों की मदद नहीं की। उन्हें बाकी चीजों की चिंता नहीं है, बल्कि उन्हें केवल सत्ता में रहने की चिंता है।"
बता दें कि प्रशांत किशोर के खिलाफ गांधी मैदान थाने में FIR भी दर्ज की गई है। पटना जिला प्रशासन ने गुरुवार रात प्रशांत किशोर को नोटिस जारी किया था, जिसमें गांधी मैदान खाली करने को कहा गया था।
4 जनवरी को कदाचार मुक्त पुनर्परीक्षा कराने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध
गौरतलब है कि पटना जिले में 22 परीक्षा केंद्रों पर 4 जनवरी को कदाचार मुक्त कराने पुनर्परीक्षा कराने के लिए जिला प्रशासन भी प्रतिबद्ध है। जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवसथा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। विधि-व्यवस्था के तहत कुल 67 मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे। जिसमें 24 स्टैटिक दंडाधिकारी- सह- प्रेक्षक, 22 जोनल दंडाधिकारियों और सात उड़नदस्ता दल की प्रतिनियुक्ति की गई है। इनके साथ पुलिस पदाधिकारियों वं सशस्त्रत्त् बलों को भी लगाया गया है। वहीं, जिला नियंत्रण कक्ष में 14 सुरक्षित दंडाधिकारियों को मुस्तैद रखा गया है। परीक्षा के दिन केन्द्रों के आसपास परीक्षा अवधि के दौरान धारा 163 निषेधाज्ञा आदेश लागू रहेगी।