Edited By Ramanjot, Updated: 12 Oct, 2025 08:59 PM

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के ऐलान के बाद राज्य का सियासी पारा तेजी से चढ़ रहा है। इसी बीच, चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) एक नए विवाद में फंस गए हैं।
Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के ऐलान के बाद राज्य का सियासी पारा तेजी से चढ़ रहा है। इसी बीच, चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) एक नए विवाद में फंस गए हैं। वैशाली जिले के राघोपुर थाना (Raghopur Police Station) में उनके खिलाफ Model Code of Conduct Violation का केस दर्ज किया गया है।
यह कार्रवाई राघोपुर अंचलाधिकारी दीपक कुमार (CO Deepak Kumar) की शिकायत पर की गई। एफआईआर में जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party) के प्रखंड अध्यक्ष और कुछ अज्ञात कार्यकर्ताओं के नाम भी शामिल हैं।
तेजस्वी के गढ़ राघोपुर दौरे पर कार्रवाई से मचा हड़कंप
शनिवार को प्रशांत किशोर अपने समर्थकों के बड़े काफिले के साथ राघोपुर विधानसभा क्षेत्र (Raghopur Constituency) पहुंचे थे — जो तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का राजनीतिक गढ़ माना जाता है।
स्थानीय लोगों ने जन सुराज अभियान (Jan Suraaj Campaign) के संस्थापक का जोरदार स्वागत किया। लेकिन इसी बीच, उनके कार्यक्रम को आचार संहिता उल्लंघन (Election Code Violation) मानते हुए प्रशासन ने कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी। इस घटना ने बिहार की राजनीति (Bihar Politics) में नई हलचल मचा दी है।
ग्रामीणों से संवाद में उठाया तेजस्वी के कामकाज का मुद्दा
दौरे के दौरान प्रशांत किशोर ने ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। लोगों ने सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी की शिकायतें कीं। किशोर ने सवाल किया —
“आपका विधायक दो बार Deputy Chief Minister रहा है, क्या उसने आपकी परेशानियां कभी सुनीं?” ग्रामीणों ने जवाब दिया कि उन्हें अपने विधायक से मिलना भी मुश्किल होता है। इस संवाद ने Tejashwi Yadav Performance को लेकर चर्चा तेज कर दी है।