Edited By Ramanjot, Updated: 16 Feb, 2025 10:58 AM
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बैठक में विभाग एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों और योजनाओं की गहन समीक्षा की गई। जिसका उद्देश्य राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुद्दढ़ एवं जनहितकारी बनाना था। पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश...
Bihar News: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने कहा कि गरीब महिलाओं और शिशुओं की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। पांडेय की अध्यक्षता में शनिवार को राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यों की एक दिवसीय राज्यस्तरीय समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए विभाग तत्परता से कार्यरत है।
बैठक में विभाग एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों और योजनाओं की गहन समीक्षा की गई। जिसका उद्देश्य राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुद्दढ़ एवं जनहितकारी बनाना था। पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में राज्य की जनता को सुलभ, गुणवत्तापूर्ण और त्वरित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताएं है। उन्होंने कहा कि बिहार पिछले कुछ माह से टीकाकरण के मामले में देश में नंबर वन पर है और इसके लिए स्वास्थ्यकर्मी बधाई के पात्र हैं। अब बिहार को आगे भी टीकाकरण में नंबर वन पर बनाए रखना है। सभी सिविल सर्जन को लक्ष्य निर्धारण के अनुसार टीकाकरण कार्य करना है। किसी भी जिले में मार्च 2025 तक 95 प्रतिशत से कम टीकाकरण नहीं होना चाहिए। स्पेशल ड्राइव चलाकर या माइक्रो प्लान बनाकर जिले में जिन जगहों पर टीकाकरण कम हो रहे हैं उन जगहों को चिन्हित कर टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करें।
स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक में एनीमिया को लेकर चिंता जाहिर की और कहा कि गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी होती है। ऐसे में जिन्हें बेहतर इलाज की जरूरत है ऐसी महिलाओं को चिन्हित कर उन्हें बेहतर इलाज हर हाल में दी जाए जिससे सुरक्षित प्रसव हो पाए। पांडेय ने कहा कि एक माह के भीतर आयुष चिकित्सों के लंबित वेतन का भुगतान कर दिया जाए। विभाग में हुए फर्जी बहाली मामले में संदिग्धों पर कार्रवाई भी शीघ्र की जाएगी। वहीं आगे कहा कि जिले में सिविल सर्जन के अध्यक्षता में हर महीने बैठक कर स्वास्थ्य सेवाओं और निर्धारित लक्ष्य की समीक्षा हो। वहीं सभी सिविल सर्जन को अपने जिले में स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर वहां का औचक निरीक्षण करने का भी निर्देश दिया।