Edited By Ramanjot, Updated: 31 Dec, 2024 05:43 PM
मंत्री जनक राम ने बैठक को संबोधित करते हुए अधिकारियों को योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभाग की प्राथमिकता अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के उत्थान और उनके अधिकारों की...
Bihar News: पटना स्थित अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय के सभा कक्ष में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री जनक राम की अध्यक्षता में राज्य के सभी क्षेत्रीय उपनिदेशक, सभी जिला अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण पदाधिकारी, जिला समन्वयक (विकास मित्र) के साथ विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना और समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए समन्वित प्रयास सुनिश्चित करना था।
मंत्री जनक राम ने बैठक को संबोधित करते हुए अधिकारियों को योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभाग की प्राथमिकता अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के उत्थान और उनके अधिकारों की रक्षा करना है। बैठक में विभागीय योजनाओं जैसे आवासीय विद्यालय, छात्रावास, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत मामले, प्राक परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र एवं बिहार महादलित विकास मिशन द्वारा संचालित योजनाओं की गहन समीक्षा की गई।
मंत्री ने अधिकारियों एवं विकास मित्रों के जिला समन्वयकों को संबोधित करते हुए निर्देश दिया कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति समुदाय के वैसे बच्चे जिनका जन्म प्रमाणपत्र एवं आधार पंजीकरण नहीं हो पाया है, उनका शत प्रतिशत निबंधन करवाना सुनिश्चित करें। मंत्री ने विशेष रूप से विकास मित्रों (जिला समन्वयकों) की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि वे क्षेत्रीय स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन में सक्रिय भागीदारी निभाएं और जनता की समस्याओं का समाधान तत्परता से करें।
इस अवसर पर दिवेश सेहरा, सचिव, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, गौतम पासवान ,अपर सचिव, मनोज कुमार रजक, मंत्री के आप्त सचिव सहित विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।