Edited By Swati Sharma, Updated: 19 Sep, 2024 10:51 AM
राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और पार्टी के प्रवक्ता मनोज झा ने केंद्रीय कैबिनेट द्वारा स्वीकृत की गई 'वन नेशन वन इलेक्शन' की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यह केवल मोदी सरकार की मनमानी है, इसे केवल यह सरकार अखबारों में और टीवी मीडिया में हैडलाइन...
पटनाः राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और पार्टी के प्रवक्ता मनोज झा ने केंद्रीय कैबिनेट द्वारा स्वीकृत की गई 'वन नेशन वन इलेक्शन' की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यह केवल मोदी सरकार की मनमानी है, इसे केवल यह सरकार अखबारों में और टीवी मीडिया में हैडलाइन मैनेजमेंट के लिए लाई है परंतु इससे देश हित का कुछ भी फायदा नहीं होगा।
'भाजपा के लोग ध्यान भटकाने में माहिर'
मनोज झा ने कहा कि इस देश में वन नेशन वन इलेक्शन था, मोदी जी कोई नायाब हीरा नहीं ला रहे हैं। 1962 के बाद वह क्यों हटा क्योंकि एकल पार्टी का प्रभुत्व खत्म होने लगे... मैं पहले इसका मसौदा देखूंगा। मान लीजिए- चुनाव होते हैं, उत्तर प्रदेश में बनी हुई सरकार गिर जाती है तो फिर क्या होगा? क्या आप राष्ट्रपति शासन लगाएंगे? क्या राज्यपाल के माध्यम से अगले चुनाव तक व्यवस्था होगी या फिर से चुनाव होंगे?... ये(भाजपा) लोग ध्यान भटकाने में माहिर हो गए हैं कि कैसे मौलिक चीज़ों से ध्यान हटाया जाए। आज देश को रोजगार चाहिए... क्या वन नेशन वन इलेक्शन रोजगार की करोड़ों संभावनाएं बना देगा?... आप खत्म हो जाएंगे लेकिन विविधता बरकरार रहेगी।
बता दें कि मोदी सरकार की कैबिनेट मीटिंग में "एक देश, एक चुनाव" के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। यह बैठक पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बनी कमेटी की रिपोर्ट पर हुई। अगर यह प्रस्ताव कानून बन जाता है, तो 2029 से लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ होंगे। इस प्रस्ताव के तहत देश में सभी चुनाव एक साथ कराने की योजना है।