Edited By Ramanjot, Updated: 25 Jan, 2024 04:48 PM
जानकारी के अनुसार, मामला राघोपुर मझौली के उत्क्रमित मध्य विद्यालय का है। विद्यालय के शिक्षकों का कहना है कि छठी कक्षा का छात्र मोहम्मद कुर्बान (10 वर्ष) कम कपड़ों में स्कूल पहुंचा था और वह ठंड से कांप रहा था। जिसे देखकर बच्चे को विद्यालय से तत्काल...
मुजफ्फरपुरः कड़ाके की ठंड और शीतलहर के बाद भी बिहार के सभी विद्यालयों को संचालित करने का आदेश अब बच्चों की जान पर भारी पड़ने लगा है। दरअसल, मुजफ्फरपुर जिले से छठी कक्षा के छात्र की ठंड से मौत होने की बात सामने आई है। हालांकि, मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
स्कूल में ठंड से कांप रहा था छात्र
जानकारी के अनुसार, मामला राघोपुर मझौली के उत्क्रमित मध्य विद्यालय का है। विद्यालय के शिक्षकों का कहना है कि छठी कक्षा का छात्र मोहम्मद कुर्बान (10 वर्ष) कम कपड़ों में स्कूल पहुंचा था और वह ठंड से कांप रहा था। जिसे देखकर बच्चे को विद्यालय से तत्काल उसके घर भेज दिया गया था। बताया जा रहा है कि घर पहुंचने के बाद बच्चे की तबियत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई जिसके लिए परिवार के सदस्यों ने सर्द मौसम को जिम्मेदार ठहराया।
स्कूल बंद करने के फैसले पर शिक्षा विभाग ने जताई थी आपत्ति
हालांकि, मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने ऐसी किसी घटना की जानकारी से इनकार किया। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि जिले में शीतलहर के कारण लोगों को घर पर रहने और बच्चों को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। गौरतलब है कि बिहार में शीतलहर को लेकर कई जिलों में डीएम के द्वारा आठवी कक्षा तक स्कूलों को बंद किया गया था। वहीं शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सभी जिले के डीएम को पत्र लिखकर स्कूल बंद करने के फैसले पर आपत्ति जाहिर की थी। जिसके बाद कड़ाके की ठंड के बाद भी कई जिले में स्कूल खुले हुए है, जहां बच्चे बड़ी संख्या में स्कूल पहुंच रहे है।