Edited By Ramanjot, Updated: 25 Jul, 2025 05:56 AM

सुपौल जिले में भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी सावन कुमार ने बाल विकास परियोजना कार्यालय पर गुरुवार को छापेमारी की। इस दौरान रिश्वत लेते दो कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ा गया
सुपौल:सुपौल जिले में भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी सावन कुमार ने बाल विकास परियोजना कार्यालय पर गुरुवार को छापेमारी की। इस दौरान रिश्वत लेते दो कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ा गया, जिनमें जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (DPO) शोभा सिन्हा और कंप्यूटर ऑपरेटर चंदन कुमार शामिल हैं। दोनों को गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
बिना सूचना दी गई छापेमारी, नकद बरामद
सूत्रों के मुताबिक, नवनियुक्त महिला पर्यवेक्षिकाओं (LS) से नियुक्ति के बदले 25 हजार रुपये की अवैध मांग की जा रही थी। इस बारे में जानकारी मिलते ही डीएम ने गुप्त रूप से छापेमारी की योजना बनाई और गुरुवार को अचानक ICDS कार्यालय पहुंच गए।
कार्रवाई के दौरान नकद राशि भी बरामद हुई है, जिसकी विवरण और स्रोत की जांच चल रही है।
पुलिस अधीक्षक भी पहुंचे मौके पर
छापेमारी की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक शरथ आरएस भी मौके पर पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की निगरानी की। शुरुआती जांच में सामने आया है कि एलएस पद पर बहाली के बदले रिश्वत लिए जाने के पुख्ता सबूत मिले हैं।
प्रशासन ने दिया कड़ा संदेश
पिछले कुछ समय से बाल विकास कार्यालय में भ्रष्टाचार की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। अब डीएम की सीधी कार्रवाई ने पूरे महकमे में भय और सख्ती का संदेश दिया है।
डीएम सावन कुमार ने स्पष्ट किया कि जिन भी एलएस से पैसे की मांग की गई थी, उन्हें चयनमुक्त करने की धमकी दी जा रही थी। इस पूरे मामले की गहन जांच जारी है।