Edited By Imran, Updated: 02 Mar, 2023 12:39 PM
तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों को चुन-चुनकर मौत के घाट उतारने की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि वहां पर मजदूरी को लेकर विवाद उठा, लेकिन यह विवाद इतना बढ़ गया कि हिंदी भाषा बोलने वाले को जान से मारा जा रहा है। एक निजी चैनल की रिपोर्ट में दावा...
पटना: तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों को चुन-चुनकर मौत के घाट उतारने की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि वहां पर मजदूरी को लेकर विवाद उठा, लेकिन यह विवाद इतना बढ़ गया कि हिंदी भाषा बोलने वाले को जान से मारा जा रहा है। एक निजी चैनल की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अब तक 15 से ज्यादा मजदूरों की हत्या कर दी गई है।
मजदूरों ने वीडियो के जरिए लगाई मदद की गुहार
तमिलनाडु में फंसे काम करने वाले मजदूरों ने वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है। मजदूरों ने कुछ वीडियो भी भेजे हैं। जिसमें उनको दौड़ा-दौड़कर पीटा जा रहा है। हत्या की जा रही है। लोग इलाज नहीं मिलने से तड़प रहे हैं। मजदूरों ने वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है। मजदूरों का दावा है इन हमलों में कई मजदूर घायल हैं। घायलों को इलाज भी नहीं मिल पा रहा है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से ली हालत की जानकारी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले में ट्वीट किया है उन्होंने कहा कि मुझे समाचार पत्रों के माध्यम से तमिलनाडु में काम कर रहे बिहार के मजदूरों पर हो रहे हमले की जानकारी मिली है। मैंने बिहार के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों से बात कर वहां रह रहे बिहार के मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निदेश दिया है।
ये ही पूरे विवाद की वजह
तमिलनाडु में काम कर रहे जमुई के मजदूर ने एक नीजी चैनल को बताया कि कुछ महीने पहले हिंदी बोलने वाले बिहारी मजदूर और स्थानीय तमिलनाडु मजदूरों के बीच एक बैठक की गई थी। इसमें ये तय किया गया कि अब मजदूरी 1000 रुपए से 1200 रुपए लेनी है। इसके लिए धमकी भी दी गई, लेकिन बिहारी मजदूर शरू से ही 800 रुपए में काम कर रहे हैं। उनका तर्क है कि जिस कंपनी में काम कर रहे हैं वहां उनका विश्वास है। कुछ मजदूरों ने तो कंपनी से एडवांस लिया है।