Bihar News: शिक्षक समुचित तरीके से PHD कोर्स का कराएं कार्य, शोधार्थियों के साथ उन्हें भी होगा लाभ: कुलपति

Edited By Swati Sharma, Updated: 23 May, 2023 10:53 AM

teachers should get the work of phd course done in a proper way

Bihar News: बिहार के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में शामिल ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रो. सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि शिक्षक समुचित तरीके से पीएचडी कोर्स का कार्य कराएं तो शोधार्थियों के साथ ही उन्हें भी काफी लाभ होगा।

Bihar News, दरभंगा: बिहार के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में शामिल ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रो. सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि शिक्षक समुचित तरीके से पीएचडी कोर्स का कार्य कराएं तो शोधार्थियों के साथ ही उन्हें भी काफी लाभ होगा।              

PunjabKesari

"शोधार्थी को पहले से पता होना चाहिए कि उसे क्या करना है"
प्रो. सिंह ने सोमवार को परीक्षा विभाग के तत्त्वावधान में जुबली हॉल में आयोजित 'पीएचडी कोर्स वक्र पर आधारित पूर्व दीक्षा बैठक' की अध्यक्षता करते हुए कहा कि पीएचडी कोर्स वक्र के कई उद्देश्य हैं। शोध पर्यवेक्षक शोधार्थियों से अनेक शीर्षकों पर विचार- विमर्श करे। तत्पश्चात छात्र की योग्यता एवं रूचि को जानकर ही उनपर शोध कराएं। वहीं शोधार्थी परंपरागत विषयों से हटकर नए डाइमेंशन से शोध करें। वैसे पीजी में भी छात्र शोध संबंधित कुछ बातों की जानकारी प्राप्त करते हैं। कुलपति ने कहा कि शोधार्थी को पहले से पता होना चाहिए कि उसे क्या करना है और उसे क्या करना चाहिए। शोधार्थियों एवं पर्यवेक्षकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि प्लीगरिज्म कॉपीराइट के अंतर्गत आता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कंप्यूटर की जानकारी सबों के लिए आवश्यक है, क्योंकि अब उन्हें किसी भी विषय पर पीपीटी प्रेजेंटेशन करना पड़ेगा। 

"इस बार का पीएचडी कोर्स नियमित है"
सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में कुलपति तो मात्र तीन वर्षों के लिए आते हैं, पर शिक्षक स्थायी होते हैं। वे सही तक्रं के साथ ऐसी लकीर खींचे जो अमिट हो। कुलसचिव प्रोफेसर मुश्ताक अहमद ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि इस बार का पीएचडी कोर्स नियमित है, जिसमें संकायाध्यक्षों, विभागाध्यक्षों एवं पर्यवेक्षकों की जिम्मेदारी बढ़ गई है। विश्वविद्यालय अब तक 9667 शोध- प्रबंधों को स्कैन कर चुका है, जिनमें से 5000 को साइट पर अपलोड भी कर दिया गया है। उन्होंने अन्य विश्वविद्यालयों से शोध करने वाले शिक्षकों से भी आग्रह किया कि वे भी अपने शोध- प्रबंधों का पीडीएफ जमा करें, ताकि विश्वविद्यालय अलग से उनके शोध- प्रबंधों को भी अपलोड कर सके।               

PunjabKesari

वहीं बैठक में प्रो मुनेश्वर यादव, प्रो ध्रुव कुमार, डा अनुरंजन, डा संकेत कुमार झा, डा मनुराज शर्मा, डा राफिया काजिम तथा डा अभिमन्यु कुमार आदि द्वारा कोर्स वकर् संबंधी सुझावों एवं कठिनाइयों का समुचित समाधान कुलपति ने अपने संबोधन में किया। बैठक में सभी संकायों के अध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, स्नातकोत्तर विभाग के शिक्षक तथा परीक्षा विभाग के कर्मी आदि उपस्थित थे। महाविद्यालय निरीक्षक (कला एवं वाणिज्य) प्रो अशोक कुमार मेहता के कुशल संचालन में आयोजित बैठक में धन्यवाद ज्ञापन परीक्षा नियंत्रक डा. आनंद मोहन मिश्र ने किया।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!