Edited By Mamta Yadav, Updated: 21 Jan, 2025 12:23 AM
विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित दरभंगा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्रों के रचनात्मक और कलात्मक विकास के लिए एक अनूठी पहल के तहत फिल्म निर्माण कार्यशाला' का आयोजन किया। यह कार्यशाला छात्रों को फिल्म निर्माण के...
Patna News: विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित दरभंगा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्रों के रचनात्मक और कलात्मक विकास के लिए एक अनूठी पहल के तहत फिल्म निर्माण कार्यशाला' का आयोजन किया। यह कार्यशाला छात्रों को फिल्म निर्माण के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव देने के उद्देश्य से आयोजित की गई। इस कार्यशाला में फिल्म उद्योग के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ शामिल हुए। जिनमे तान्या अडारकर प्रभु एपिफेनी एंटरटेनमेंट से जुड़ी एक प्रसिद्ध हस्ती, अनुपम एसोसिएट क्रिएटिव डायरेक्टर और पटकथा लेखक, राहुल'चीफ असिस्टेंट डायरेक्टर।
कार्यशाला के मुख्य आकर्षण
विशेषज्ञों ने फिल्म निर्माण के तकनीकी और रचनात्मक पहलुओं पर गहन चर्चा की। निर्देशन पटकथा लेखन अभिनय संपादन और प्रोडक्शन जैसे विषयों पर छात्रों को महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। ऑडिशन का आयोजन' विशेषज्ञों ने छात्रों का ऑडिशन भी लिया और उनकी प्रतिभा की सराहना की। उन्होंने कहा कि कुछ छात्रों को भविष्य में फिल्मों में भूमिकाओं के लिए बुलाया जा सकता है।
इंटरएक्टिव सेशन' विशेषज्ञों ने छात्रों के सवालों के जवाब दिए और फिल्म निर्माण की चुनौतियों और संभावनाओं पर चर्चा की। विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव महोदया की अध्यक्षता में आज सभी प्राचार्य राजकीय पोलिटेकनिक संस्थानों के साथ व्यय की समीक्षा हेतु बैठक की गई। उल्लखेनीय है कि विभागीय व्यय की समीक्षा विभाग स्तर पर मुख्य सचिव द्वारा नियमित रूप से की जाती है, जिसमें व्यय बढ़ाने का निदेश प्राप्त होता है। आज की बैठक में सभी प्राचार्य को आवंटित राशि का शत प्रतिशत व्यय, 15 फरवरी तक करने का निर्देश दिया गया।
कतिपय प्राचार्य द्वारा अतिरिक्त आंवटन की मांग रखी गईए जिसकी समीक्षा करने हेतु सचिव महोदया द्वारा योजना एवं बजट शाखा को निदेशित किया गया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जिन प्राचार्यों की व्यय प्रतिशत 50 से अधिक हैए उन्हें ही अतिरिक्त आवंटन दिया जायेगा। सचिव महोदया द्वारा सभी प्राचार्य को निर्देशित किया गया कि वे अपनी संस्थान अंतर्गत यथाशीध्र 750/1000 क्षमता (आवश्यकतानुसार) आडिटोरियम बनाने का प्रस्ताव उपलब्ध करायें। साथ हीं संबंधित जिला के जिला पदाधिकारी एवं उप विकास आयुक्त से आवश्यक समन्वय स्थापित कर अघने संस्थान में "प्लेग्राउंड" मनरेगा योजना के तहत बनवाना सुनिश्चित करेंगे।
विभागीय पत्र से सभीप्राचार्य को "ओपन जिम" बनवाने का निदेश संसूचित है। बैठक में इस Ind निदेश को यथाशीघ्र पूर्ण करने के लिए कहा गया। माह दिसम्बर में मुख्य सचिव, बिहार द्वारा सभी राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय एवं पोलिटेकनिक संस्थानों में "हेल्थ सब सेंटर" बनाने का आदेश संयुक्त रूप से स्वास्थ्य विभाग एवं विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग को दिया गया था। इस संदर्भ में सचिव महोदया द्वारा, उपस्थित सभी प्राचार्य को अपने संस्थान में "हेल्थ सब सेंटर" के लिए जगह चिन्हित करने एवं संबंधित जिले के सिविल सर्जन से आवश्यक समन्वय स्थापित कर "हेल्थ सब सेन्टर" खुलवाने एवं तद्नुसार विभाग को संसूचित करने का निर्देश दिया गया।