Edited By Ramanjot, Updated: 02 Dec, 2021 10:31 AM
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मानसून सत्र के दौरान उनके अनुरोध पर कार्रवाई की, जिसके परिणामस्वरूप एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर जातिगत जनगणना की मांग की थी।
पटनाः बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को कहा कि राज्य अपने संसाधनों की मदद से ओबीसी की गिनती की मांग पर दबाव डालने के लिए वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखेंगे। तेजस्वी बिहार विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
दरअसल, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार दोहराया कि जनगणना में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के अलावा अन्य जातियों को शामिल नहीं किया जाएगा इसलिए बिहार के सामने राज्य विशेष की कवायद ही एकमात्र विकल्प बचा है। तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मानसून सत्र के दौरान उनके अनुरोध पर कार्रवाई की, जिसके परिणामस्वरूप एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर जातिगत जनगणना की मांग की थी।
तेजस्वी ने नीतीश पर इस मामले को लेकर आनाकानी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र ने बहुत पहले ही अपने इरादे स्पष्ट कर दिए थे। जातिगत जनगणना के पक्ष में बिहार विधानमंडल द्वारा दो बार सर्वसम्मत से प्रस्ताव पारित किए गए हैं और इसकी वकालत करने वालों का मानना है कि सामाजिक न्याय और कल्याणकारी योजनाओं के बेहतर वितरण का मार्ग प्रशस्त करेगा।
बिहार विधानसभा परिसर में मंगलवार को शराब की खाली बोतलें मिलने का जिक्र करते हुए तेजस्वी ने कहा, ‘‘यह साबित करता है कि बिहार में शराबबंदी एक तमाशा है''। उन्होंने कहा, ‘‘एक बार फिर अवैध शराब कारोबार में प्रशासनिक तंत्र की मिली-भगत उजागर हुई है। बिहार में किसी अन्य राज्य से शराब की तस्करी कैसे की जा सकती है। पटना पहुंचने और परिसर के अंदर पहुंचने से पहले इसे कई चौकियों को पार करना पड़ा होगा।''