Edited By Khushi, Updated: 24 Nov, 2024 06:16 PM
झारखंड विधानसभा चुनाव में इस बार 12 महिला प्रत्याशी ने आधी आबादी की आवाज को बुलंद किया है। झारखंड विधानसभा चुनाव के इतिहास में ये पहली बार है जब 12 महिलाएं विधानसभा में रहेंगी।
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में इस बार 12 महिला प्रत्याशी ने आधी आबादी की आवाज को बुलंद किया है। झारखंड विधानसभा चुनाव के इतिहास में ये पहली बार है जब 12 महिलाएं विधानसभा में रहेंगी। भारतीय राजनीति के बदलते परिदृश्य में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कल्याणकारी योजनाएं चुनावी जीत में निर्णायक फैक्टर साबित हो रही हैं। झारखंड के चुनाव नतीजों ने एक बार फिर से इस ट्रेंड की पुष्टि की है। इस पैटर्न ने इस बात को रेखांकित किया है कि राजनीतिक परिणामों को आकार देने में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। झारखंड जैसे आदिवासी बाहुल्य प्रदेश में महिलाओं के खातों में हर महीने एक हजार रुपए डालने की मंईयां सम्मान योजना का दांव विधानसभा चुनाव में गेम चेंजर साबित हुआ। ‘मंईयां' की बदौलत लोगों ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन की झोली ‘विधायकों' से भर दी, वहीं इंडिया गठबंधन की आठ महिला भी जीत दर्ज करने में सफल रहीं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने मंईयां योजना को घर-घर तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। महिलाओं के अधिक मतदान वाली अधिकांश सीटें इंडिया गठबंधन के खाते में गईं। झारखंड में मंईयां सम्मान योजना की चर्चा ग्रामीण इलाकों में महिलाओं से खूब सुनने को मिली। इससे उलट भारतीय जनता पार्टी ((भाजपा) की बेटी-माटी-रोटी पर कब्जे के एजेंडे की चर्चा कम रही। इस बार के चुनाव में 12 महिलाओं ने आधी आबादी की आवाज को बुलंद किया है। इंडिया गठबंधन के बैनर तले झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस की जोड़ी वाली आठ महिला विधायक बनने में सफल रहीं। वहीं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के प्रमुख घटक दल (भाजपा) के टिकट पर चार महिला निर्वाचित हुयीं। झामुमो के टिकट पर गांडेय, जामा और इचागढ़ में महिला राजनेत्री ने जीत हासिल की। गांडेय विधानसभा सीट से झामुमो उम्मीदवार कल्पना मुर्मू सोरेन ने भाजपा उम्मीदवार मुनिया देवी को 17142 मतों के अंतर से पराजित किया। झामुमो प्रत्याशी कल्पना मुर्मू सोरेन को 119372 मत मिले, वहीं भाजपा उम्मीदवार मुनिया देवी को 102230 मत मिले। जामा विधानसभा सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) प्रत्याशी और पूर्व मंत्री लुईस मरांडी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार सुरेश मुर्मू को 5738 मतों के अंतर से पराजित कर दिया। झामुमो प्रत्याशी लुईस मरांडी को 76424 मत मिले, वहीं भाजपा उम्मीदवार मुर्मू को 70686 मत मिले।
इचागढ़ विधानसभा सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) उम्मीदवार पूर्व उप मुख्यमंत्री स्व. सुधीर महतो की पत्नी सविता महतो ने आजसू उम्मीदवार हरेलाल महतो को 26523 मतों के अंतर से पराजित किया। झामुमो प्रत्याशी सविता महतो को 77552 मत मिले वहीं आजसू उम्मीदवार हरेलाल महतो को 51029 मत मिले। कांग्रेस के टिकट पर पाकुड़, महगामा, रामगढ़, बोकारो और मांडर विधानसभा क्षेत्र में महिला प्रत्याशी ने जीत का परचम लहराया। महगामा विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार और हेमंत सरकार में मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार अशोक कुमार को 18645 मतों के अंतर से पराजित किया। कांग्रेस प्रत्याशी दीपिका पांडे सिंह को 114069 मत मिले, वहीं भाजपा प्रत्याशी कुमार को 95424 मत मिले। दीपिका पांडेय सिंह लगातार दूसरी बार इस क्षेत्र से जीत हासिल की हैं। रामगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार ममता देवी ने ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) उम्मीदवार सुनीता चौधरी को 6790 मतों के अंतर से पराजित किया। कांग्रेस प्रत्याशी ममता देवी को 89818 मत मिले, वहीं आजसू प्रत्याशी सुनीता चौधरी को 83028 मत मिले।