Edited By Khushi, Updated: 03 Oct, 2024 05:27 PM
झारखंड में जल जीवन मिशन व स्वच्छ भारत मिशन के विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों के क्रियान्वयन का काम देखने वाली 29604 जल सहिया बहनें अब मोबाइल के साथ नजर आएंगी।
रांची: झारखंड में जल जीवन मिशन व स्वच्छ भारत मिशन के विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों के क्रियान्वयन का काम देखने वाली 29604 जल सहिया बहनें अब मोबाइल के साथ नजर आएंगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रभात तारा मैदान, धुर्वा रांची में राज्य स्तरीय जल सहिया क्षमतावर्धन- सह- स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के तहत जलसहिया बहनों को जल एवं स्वच्छता के क्षेत्र में jhar-jal ऐप के माध्यम से कार्य करने के लिए स्मार्टफोन हेतु 12 हज़ार का उपहार दिया।
इसके अलावा मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने जलसाहियायों को वर्षों में 2 साड़ी देने की भी घोषणा की है। कार्यक्रम का आयोजन रांची के धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में किया गया है जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान तमाम जल सहिया काफी खुश दिखे। इस विशेष कार्यक्रम में विभागीय मंत्री मिथिलेश ठाकुर, दीपिका सिंह पांडे, विधायक कल्पना सोरेन और राज्यसभा सांसद महुआ माजी शामिल हुई। मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि निरंतर योजनाओं का लाभ लोगों को इस राज्य में मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आपकी सरकार रांची से नहीं बल्कि गांव से चलती है। 24 साल के इस झारखंड में 19-20 साल भाजपा की सरकार रही है। इसमें महिला सशक्तिकरण के लिए मात्र 600 करोड़ खर्च किए गए जबकि आपकी सरकार ने महज चार सालों में 12000 करोड़ से अधिक की राशि वितरित की है।
सीएम ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि कुछ लोग देश को मजबूत करने की बात करते हैं और विकसित भारत बनाने की सोच रहे हैं, लेकिन जब तक गांव मजबूत नहीं होगा तब तक यह संभव कैसे हैं गांव की हालत बद से बदतर होती जा रही है। हकीकत यह है कि आज भी देश के 80 करोड़ लोग सरकारी अनाज पर जीते हैं और लोग विकसित भारत का भजन कीर्तन करते हैं। आज महंगाई आसमान छू रहा है हर चीज महंगी हो चुकी हैं। सरसों तेल का वही हाल है साग सब्जी का भी वही हाल है। पेट्रोल डीजल की बात तो छोड़िए गैस सिलेंडर भी हजार रुपए से ऊपर में मिलता है। वहीं, बता दें कि राज्य में 29 हजार जल सहिया हैं। जिनका मानदेय बढ़ाते हुए हेमंत सरकार ने एक हजार के स्थान पर 2 हजार कर दिया है।