Edited By Khushi, Updated: 03 Jan, 2025 02:31 PM
झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार देसी शराब की खपत बढ़ाने को लेकर रेस हो गई है। उत्पाद व मद्य निषेध मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देसी शराब के घटते उत्पादन और कम होते बिक्री को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि इसे लेकर हमने देसी शराब...
रांची: झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार देसी शराब की खपत बढ़ाने को लेकर रेस हो गई है। उत्पाद व मद्य निषेध मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देसी शराब के घटते उत्पादन और कम होते बिक्री को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि इसे लेकर हमने देसी शराब उत्पादकों के साथ बैठक की।
मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि झारखंड में कुल देसी शराब या कहें कि कंट्री लिकर बनाने की 8 इंडस्ट्री है जिनमें से कई खस्ता हाल है। कई देशी शराब बनाने कंपनियां लंबे समय से बाधित थी या कहे कि बंद थी जिससे कंट्री लिकर पीने वालों को देसी शराब नहीं मिल पा रहा था इससे हमारे राजस्व का नुकसान हो रहा था। इसी को लेकर हमने बैठक की। मंत्री ने कहा कि जहां उत्पादकों ने अपनी समस्याओं को रखने का काम किया। उत्पादन बाधित था, देसी शराब नहीं मिल रहा था। उन्होंने राज्य में देशी शराब किंखपत का आंकड़ा पेश कैरते हुए कहा कि 2019-20 में 7 लाख 35 हजार 79715 पेटी देशी शराब का बिक्री हुआ था। उसी तरह 20-21 में 25 लाख 65 हजार 850 पेटी का बिक्री हुआ था, लेकिन 22-23 और 23-24 में मात्र 6 लाख 95 हजार 306 पेटी का बिक्री हुआ।
मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि 23-24 में 3 लाख 24 हजार 311 पेटी का बिक्री हुआ। जो कि चिंता का विषय है। यही नहीं इससे जो रोजगार का सृजन हो रहा था प्लांट क्षेत्र में वह भी एक चिंता का विषय है और इसी को लेकर के हमने कंट्री लेकर के उत्पादकों के साथ बैठक की। वहीं उन्होंने कंट्री लिखकर उत्पादकों को 2 शब्दों में स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य का डिमांड पूरा करें वरना दूसरे जगह से आयात किया जाएगा।