Edited By Khushi, Updated: 30 Dec, 2024 05:23 PM
झारखंड की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार राज्य की बालिकाओं और युवतियों को कैंसर से बचाने के लिए एक नई पहल शुरू करने जा रही है। इसके तहत 9 से 25 वर्ष तक की बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर सहित अन्य प्रकार के कैंसर से बचाव के लिए ह्यूमन पेपिलोमा वायरस...
रांची: झारखंड की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार राज्य की बालिकाओं और युवतियों को कैंसर से बचाने के लिए एक नई पहल शुरू करने जा रही है। इसके तहत 9 से 25 वर्ष तक की बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर सहित अन्य प्रकार के कैंसर से बचाव के लिए ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (एचपीवी) का टीका मुफ्त में दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री सोरेन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग इस योजना का प्रस्ताव तैयार कर रहा है, जिसे कैबिनेट में स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। यह योजना राज्य में बालिकाओं को कैंसर से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। एचपीवी के 2 टीके 9 से 14 साल की आयु में छह से 12 महीने के अंतराल पर दिए जाते हैं, जबकि 15 से 25 साल की आयु वर्ग में 3 खुराकों में टीका लगाया जाता है। रिम्स के कैंसर विशेषज्ञ डॉ. रोहित झा के अनुसार, 9-15 साल की आयु की बालिकाओं को यदि पहले दो खुराकों के बीच पांच माह से कम का अंतराल रहा हो, तो उन्हें एक और खुराक की आवश्यकता होती है।
स्वास्थ्य विभाग ने मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना की तैयारी शुरू कर दी है। यह योजना 4 फरवरी से शुरू होने की संभावना है। पहले चरण में यह योजना झारखंड के 6 जिलों (धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, गोड्डा, देवघर और साहिबगंज) में शुरू की जाएगी, जबकि दूसरे चरण में इसे राज्य के अन्य जिलों में लागू किया जाएगा। योजना का लक्ष्य 25 लाख बालिकाओं-युवतियों को इस टीकाकरण अभियान से आच्छादित करना है। डॉ. झा ने बताया कि एचपीवी वायरस यौन संपर्क से फैलता है और यह सर्वाइकल कैंसर सहित अन्य कैंसर का कारण बन सकता है। एचपीवी का टीका एक प्रभावी उपाय है, जो इन कैंसरों को 90 प्रतिशत तक रोक सकता है। टीका लगने के बाद किशोरियों में कैंसर से संबंधित एचपीवी संक्रमण में 88 प्रतिशत और युवतियों में 80 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है।