Edited By Khushi, Updated: 26 Feb, 2025 10:48 AM

Ranchi News: झारखंड में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड सरकार पूर्व के अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार से बहुत ज्यादा प्रेरित रहती है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन...
Ranchi News: झारखंड में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड सरकार पूर्व के अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार से बहुत ज्यादा प्रेरित रहती है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के संबंध भी अति मधुर रहे हैं।
"दिल्ली की तर्ज पर हेमंत सोरेन झारखंड में भी शीश महल बनाने जा रहे हैं"
प्रतुल शाहदेव ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में अपने लिए शीश महल बनाना शुरू किया था। अब सूचनाएं आ रही है कि झारखंड में भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इसी का अनुसरण करने जा रहे हैं। आधिकारिक मुख्यमंत्री आवास जिसमें पिछले ढाई दशकों में अनेक मुख्यमंत्री ने निवास किया, उसको भवन निर्माण प्रमंडल - 1 ने टेंडर निकालकर जमींदोज कर दिया। पूरे तरीके से भवन को ढहाने का काम जारी है। शाहदेव ने कहा कि यह ऐतिहासिक धरोहर थी क्योंकि झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री से लेकर अनेक मुख्यमंत्री ने यहां निवास किया था। उन्होंने कहा अब विभाग की लगातार उच्च स्तरीय बैठक हो रही है ताकि नए भवन का डीपीआर बन सके जो जानकारियां मिल रही है उस के अनुसार दिल्ली के शीश महल के तर्ज पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए एक सभी आधुनिक सुख सुविधा से लैस शीश महल बनाने पर चर्चा चल रही है। प्रतुल ने कहा कि दिल्ली की तर्ज में अनेक भवनों को हेमंत सोरेन जी ने मिलकर मुख्यमंत्री आवास बना दिया है।
"हेमंत सोरेन रांची में बनने वाले शीश महल को लेकर स्थिति स्पष्ट करें"
शाहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास के परिसर में स्थित हनुमान मंदिर के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं होगा। हनुमान मंदिर की भव्यता पर जरा भी आंच नहीं आनी चाहिए। सरकार को यह बात सुनिश्चित करनी चाहिए क्योंकि यह सनातनियों के आस्था से जुड़ा प्रश्न है। शाहदेव ने कहा कि जिस प्रदेश में डेढ़ वर्षों में एक भी अबुआ आवास का गृह प्रवेश नहीं हुआ जहां आज भी बड़ी संख्या में लोगों के सर पर छत नहीं है। ऐसे राज्य में इस तरह की अगर फिजूल खर्ची करने की सोची जा रही है तो यह प्रदेश के आदिवासी मूल निवासी जनता के साथ क्रूर मजाक होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और सत्ताधारी गठबंधन से मांग की कि वो रांची में बनने वाले शीश महल को लेकर स्थिति स्पष्ट करें।