Edited By Khushi, Updated: 27 Oct, 2024 04:46 PM
2019 के विधानसभा चुनाव में सरायकेला सीट पर जेएमएम कैंडिडेट चंपई सोरेन ने जीत हासिल की थी। चंपई सोरेन एक लाख 11 हजार पांच सौ 54 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो बीजेपी उम्मीदवार गणेश महाली 95 हजार आठ सौ 87 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे।
सरायकेला: सरायकेला सीट अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित है। सरायकेला खरसावां जिले का मुख्यालय सरायकेला इसी क्षेत्र में होने के चलते कई दलों की राजनीतिक गतिविधियां यहीं से संचालित होती हैं। हालांकि पहले यह हिस्सा पश्चिमी सिंहभूम जिले में आता था, लेकिन झारखंड बनने के बाद 2001 में सरायकेला खरसावन को स्वतंत्र जिला घोषित कर दिया गया।
सरायकेला खरसावन जिले की इस विधानसभा सीट पर शुरू से ही जेएमएम का दबदबा रहा है। हालांकि बीजेपी ने जेएमएम को टक्कर दी है, लेकिन अभी तक इस सीट पर जेएमएम का ही वर्चस्व रहा है, लेकिन इस बार चंपई सोरेन के बीजेपी में आ जाने से सरायकेला सीट का सियासी समीकरण बदल गया है।
बीजेपी ने चंपई सोरेन को सरायकेला से चुनावी मैदान में उतार दिया है। चंपई सोरेन के जरिए बीजेपी, झारखंड मुक्ति मोर्चा के गढ़ पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है।
एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में सरायकेला सीट पर जेएमएम कैंडिडेट चंपई सोरेन ने जीत हासिल की थी। चंपई सोरेन एक लाख 11 हजार पांच सौ 54 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो बीजेपी उम्मीदवार गणेश महाली 95 हजार आठ सौ 87 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं आजसू प्रत्याशी अनंत राम टुडू 9 हजार नौ सौ 56 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं सरायकेला विधानसभा सीट पर 2014 के चुनाव में जेएमएम के चंपई सोरेन ने हैट्रिक मारी और तीसरी बार विधायक चुने गए। चंपई सोरेन को 94 हज़ार सात सौ 46 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर बीजेपी के गणेश महाली रहे जिन्हें 93 हज़ार छह सौ 31 वोट मिले थे। हालांकि ये अंतर महज 11 सौ 15 वोटों का था। वहीं तीसरे नंबर पर रहे कांग्रेस उम्मीदवार बासको बेसरा को 6 हज़ार आठ सौ 90 वोट मिले थे।
विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
2009 के विधानसभा चुनाव में जेएमएम कैंडिडेट चंपई सोरेन दोबार विधायक चुने गए। चंपई सोरेन को 57 हज़ार एक सौ 56 वोट मिले थे। उधर बीजेपी उम्मीदवार लक्ष्मण टुडू 53 हज़ार नौ सौ 10 वोट लेकर दूसरे नंबर पर रहे थे। तीसरे नंबर पर कांग्रेस के कालीपड़ सोरेन को 16 हज़ार छह सौ 68 वोट मिले थे।
वैसे तो सरायकेला सीट को जेएमएम का मजबूत गढ़ है, लेकिन चंपई सोरेन के बीजेपी में आने से सरायकेला सीट का चुनावी समीकरण पूरी तरह से बदल गया है। वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन किसी भी तरह से चंपई सोरेन को शिकस्त देने के लिए हर तरह का दांव चल रहे हैं। गणेश माहली,बास्को बेसरा,लक्ष्मण टुडू और कुणाल षड़ंगी जेएमएम में शामिल हो गए हैं। साफ है कि सरायकेला से चंपई सोरेन को टिकट मिलने पर बीजेपी के कई नेता नाराज चल रहे हैं। ऐसे में चंपई सोरेन के लिए रांची पहुंचने की राह आसान नहीं लग रही है।