Edited By Khushi, Updated: 24 Mar, 2025 03:38 PM

Palamu News: झारखंड में आम लोगों पर पुलिसिया का जुल्म बढ़ता ही जा रहा है। आलम यह है कि पुलिस किसी भी आरोप में आम लोगों को उठाकर थाने ले आती है और बर्बरता पूर्ण उसकी पिटाई करती है।
Palamu News: झारखंड में आम लोगों पर पुलिसिया का जुल्म बढ़ता ही जा रहा है। आलम यह है कि पुलिस किसी भी आरोप में आम लोगों को उठाकर थाने ले आती है और बर्बरता पूर्ण उसकी पिटाई करती है। ताजा मामला पलामू के पांकी थाना क्षेत्र का है। पुलिस की पिटाई से जख्मी पलामू के नावाबाजार निवासी महफूज अहमद की मौत रांची के रिम्स अस्पताल में बीते रविवार को हो गई। 18 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद महफूज ने दम तोड़ दिया।
पुलिस का दावा है कि महफूज को पांकी थाना क्षेत्र के कारीमाटी जंगल से लूट की योजना बनाते समय 5 मार्च को पकड़ा गया था। उसे तीन अन्य अपराधियों के साथ छह मार्च को जेल भेजा गया। पुलिस ने उसके पास से हथियार और गोलियां बरामद होने की बात कही है जबकि महफूज के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने एक मार्च को छतरपुर डाली के भीखही से उसे गिरफ्तार किया था। जेल पहुंचते ही महफूज की खराब स्थिति को देखते हुए उसे मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया। वहां से उसे रिम्स रेफर कर दिया गया। सात जनवरी से वह रिम्स के आईसीयू में भर्ती था और तब से बेहोश था।
वहीं मृतक महफूज के बड़े भाई इकबाल अहमद अपने भाई की मौत को लेकर विधानसभा पहुंचे जहां उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा महफूज की बर्बरता पूर्वक पिटाई की गयी, दो थानों में रखकर और पलामू SP रिष्मा रमेशन के आवास पर भी ले जाकर पिटाई की गई। SP ने भी लात- जूतों से पिटाई की। उसके निजी अंगों पर भी पिटाई से चोट के निशान मिले। पलामू एसपी ने कार्रवाई करते हुए नावाबाजार थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया। महफूज आलम के परिजनों ने पलामू कोर्ट में भी शिकायत की है।